डॉ.पार्थ पवार

कैंसर विशेषज्ञ नेता डॉ.पार्थ पवार बोले- गौमूत्र से करेंगे इलाज और जीतेंगे चुनाव

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मुम्बई। आमतौर पर चुनाव में विकास, रोजगार, सड़क, पानी आदि मुद्दे होते हैं। इन्हीं मुद्दों के आधार देश की पार्टियां चुनाव लड़ती हैं और कि किस सीट पर कैसा जातिगत गणित है?, लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 के ‘दंगल’ में एक ऐसा उम्मीदवार है, जिसके मुद्दे बिल्कुल अलग हैं।हम बात कर रहे हैं महाराष्ट्र के मावल संसदीय क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी डॉ.पार्थ पवार की। डॉ. नवनाथ टाटा कैंसर हॉस्पिटल में डॉ.पार्थ पवार विशेषज्ञ के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं।

महाराष्ट्र के मावल संसदीय क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी हैं डॉ.पार्थ पवार

इस चुनाव में डॉक्टर पार्थ पवार दो प्रमुख मुद्दों पर वोट मांग रहे हैं। पहला देशी गायों का संवर्धन और दूसरा कैंसर से बचाव। डॉ. पार्थ पवार जब भी जनता के बीच जाते हैं, लोगों को देशी गाय पालने और गौमूत्र के जरिए होने वाले कैंसर के इलाज के बारे में बताते हैं।

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शिवसेना के श्रीरंग बारणे के सामने हैं पार्थ पवार

महाराष्ट्र की मावल सीट पर पवार परिवार की तीसरी पीढ़ी के सदस्य पार्थ पवार चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं इस सीट से शिवसेना ने एक बार फिर श्रीरंग बारणे को अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि दिग्गज नेताओं के बीच डॉ. पार्थ पवार का एजेंडा भी पॉपुलर है।

डॉ. पार्थ पवार बताते हैं कि कैसे गाय के दूध, घी, छाछ और गोबर के जरिए कैंसर पर नियंत्रण पाया जा सकता है?

डॉक्टर पार्थ पवार निर्दलीय उम्मीदवार का चुनाव प्रचार भी काफी हटकर है। वह स्थानीय नागरिकों से करीब 15 से 20 मिनट तक बातचीत करते हैं। इस दौरान वह उन्हें गौ संवर्धन के महत्व के बारे में जानकारी देते हैं। इसके साथ ही बताते हैं कि कैसे गाय के दूध, घी, छाछ और गोबर के जरिए कैंसर पर नियंत्रण पाया जा सकता है?

पार्थ पवार के प्रचार के दौरान लगाया जाने वाला बैनर ‘ दवा न खाना’ सबका ध्यान खींच रहा है

डॉक्टर पार्थ पवार के प्रचार के दौरान लगाया जाने वाला बैनर भी सबका ध्यान अपनी तरफ खींच रहा है। इस बैनर पर ‘दवा न खाना’ लिखा हुआ है। यह निर्दलीय उम्मीदवार लोगों से बात करने के दौरान इस बात का महत्व भी बताता है। इसके अलावा वह गाय की पूजा भी करते है और घर-घर जाकर देशी गायों के संवर्धन के बारे में जानकारी साझा करते हैं।

 डॉक्टर पार्थ पवार कहते हैं कि यदि उनकी बातें अच्छी लगे तो उन्हें वोट दे

नेताओं की चुनावी सभाओं से बेहद अलग हटकर डॉक्टर पार्थ पवार छोटी-छोटी चौपाल लगाकर लोगों से सीधा संवाद करते हैं। इस दौरान वह अपने एजेंडे के बारे में लोगों को बताते हैं और इससे उनकी जिंदगी में होने वाले अच्छे बदलाव के बारे में बताने से नहीं चूकते हैं। अंत में वह केवल इतना कहते है कि यदि उनकी बातें अच्छी लगे तो उन्हें वोट दे सकते हैं।

जाने कौन हैं पार्थ पवार?

पार्थ पवार अजित पवार के बड़े बेटे हैं और 28 वर्ष के हैं। पिछले एक साल से वह मावल संसदीय क्षेत्र में जनता के बीच सक्रिय हैं। पुणे के नज़दीक पिंपरी चिंचवड़ का बड़ा हिस्सा इस संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। पिछले वर्ष अक्टूबर से पार्थ के इस क्षेत्र से लोकसभा के लिए उम्मीदवार होने की चर्चा चल रही थी।

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