Deepotsav

पहली बार जलेंगे गाय के गोबर से बने सवा लाख दीप

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लखनऊ। दीपोत्सव (Deepotsav) नित नई ऊंचाइयां छुए,  इसका दिव्य-भव्य और अलौकिक स्वरूप बढ़ता जाय। यह योगी सरकार (Yogi Government) का प्रयास है। सरकार के इस आयोजन  से आमजन भी जुड़ते रहे हैं। गाय, गीता व गंगा अविरल व निर्मल रहें। सरकार का इस पर भी ध्यान है।

दीपोत्सव (Deepotsav) पर इस बार गायों के गोबर के 1.25 लाख दीप भी जगमगाएंगे। इसकी अलौकिक छंटा भी दिखाई देगी। इसे लेकर प्रदेश सरकार के पशुधन व दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने जानकारी दी।

श्री सिंह ने कहा कि गाय विश्व की माता है। गाय के शरीर में 33 कोटि देवताओं का वास होता है। वहीं गाय के गोबर में लक्ष्मी का वास है, गौमूत्र में गंगा मैया बसती हैं। गृह दोष अथवा अमंगल की स्थिति में गोमूत्र के छिड़काव से वास्तु दोष दूर व सुख-शांति, समृद्धि आती है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गोदीप जलाकर प्रदेश की खुशहाली की कामना भी करेगी।

दीपावली पर गोबर के जलाएं 9 दीप

योगी सरकार ने आमजन से भी अपील की कि गोबर से बने दीप जलाएं। लोगों से कहा गया कि दीपावली पर गाय के गोबर से निर्मित 9 दीप घरों पर अवश्य जलाएं। यह प्रदूषण मुक्त और इको फ्रेंडली हैं। इससे परिवार में गृह ‘शांति’ व समृद्धि होगी।

मंदिरों में भी जलाए जाएंगे 4.50 लाख दीप

वहीं दीपोत्सव (Deepotsav) को भव्य बनाने के लिए 21 प्रमुख मंदिरों में भी लगभग 4.50 लाख दीप जलाए जाएंगे। यह योजना पहले से बनी है। राम जन्मभूमि पर 51 हजार, हनुमान गढ़ी पर 21 हजार दीये जलाए जाएंगे। कनक भवन, गुप्तार घाट, दशरथ समाधि, रामजानकी मंदिर साहबगंज, देवकाली मंदिर, भरतकुंड (नंदीग्राम) समेत कई मंदिरों में दीप जलाए जाएंगे।

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