पंचकूला: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh Saini) ने आज किसान भवन, सैक्टर 14, पंचकूला में श्री गुरू तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस पर आयोजित राज्यस्तरीय रक्तदान शिविर का शुभारम्भ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज का दिन हरियाणा के निर्माण का उत्सव और श्री गुरू तेग बहादुर जी के बलिदान से प्रेरणा लेने का दिन है। उनका यह बलिदान किसी एक समुदाय के लिए नहीं था। वह समस्त मानवता की स्वतंत्रता, धार्मिक आस्था और अभिव्यक्ति की आजादी के लिए था। मुख्यमंत्री ने रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं को बैज लगाकर उनका हौसला बढाया। स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव और सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री सैनी (CM Nayab Singh Saini) ने कहा कि इस रक्तदान शिविर का आयोजन श्री गुरु तेग बहादुर जी को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि है। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि धर्म की रक्षा केवल तलवार से नहीं, बल्कि त्याग और सत्य से होती है। जब औरंगजेब के अत्याचार से भारत की आत्मा कराह रही थी, जब धर्म परिवर्तन के लिए लोगों को मजबूर किया जा रहा था, तब श्री गुरु तेग बहादुर जी ने कहा था सीस दिया पर धर्म न दिया।
शहीदी दिवस पर रक्तदान महादान
उन्होंने (CM Nayab Singh Saini) कहा कि आज श्री तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस के अवसर पर जब हम रक्तदान कर रहे हैं, तो यह केवल किसी को जीवन दान देने तक सीमित नहीं है, बल्कि गुरु जी के संदेश का सबसे बड़ा पालन है। गुरु जी ने हमें दूसरों के लिए अपना जीवन न्यौछावर करने का पाठ पढ़ाया था। आज हम अपना रक्त देकर उसी परोपकार की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। रक्तदान, जीवनदान है और जीवनदान से बड़ा कोई धर्म, कोई सेवा, कोई उपासना नहीं है।
नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh Saini) ने कहा कि रक्तदान से किसी मरीज को नया जीवन मिलता है। वह सदा रक्तदाता का आभारी रहता है। विज्ञान चाहे आज नित नई प्रगति कर रहा है। लेकिन अभी तक विज्ञान रक्त का कोई विकल्प नहीं ढूंढ पाया है। रक्त को बनाया नहीं जा सकता, केवल दान से प्राप्त रक्त से ही किसी की जिंदगी बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि जब आप रक्तदान करते हैं, तो आप न केवल किसी एक व्यक्ति के जीवन को बचाते हैं, बल्कि एक पूरे परिवार को संकट से उबारते हैं। इसलिए आज हम सभी को यह समझना होगा कि रक्तदान एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है।

