नॉन-वेज न खाने वाले हो जाए सतर्क, शरीर को हो सकते हैं ये 7 नुकसान

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लाइफस्टाइल डेस्क.   नॉनवेज में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन्स, मिनरल्स और आदि पोषक तत्व पाए जाते है. इसलिए नॉनवेज खाने से हमारे शरीर को कई प्रकार के फायदे होते हैं. लेकिन लोग ज्यादातर नॉनवेज खाने के फायदों के अलावा इससे होने वाले नुकसानों पर ज्यादा जोर डालते है. हकीकत ये है की सिर्फ वेज फूड्स पर निर्भर रहने से आपके शरीर को सभी पोषक तत्व नही मिल पाते हैं. इस वेजीटेरियन होने और नॉनवेज न खाने के कई नुक्सान है.

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नॉनवेज न खाने से होने वाले नुकसान

  • नॉनवेज खाने से शरीर में प्रोटीन की पूर्ति होती है ये तो सभी जानते हैं. अगर आप शाकाहारी है तो अपको ये प्रोटीन पूरी तरह से नही मिल सकता. वेज फूड्स में सिर्फ प्लांट बेस्ड फूड यानी जमीन या पौधों में उगने वाली चीजों से मिलने वाला प्रोटीन ही शामिल होता है. इसमें शरीर के लिए फायदेमंद कई और भी तरह के पोषक तत्व होते हैं. हालांकि इसमें मौजूद लैक्टिन और फाइटेट्स नाम के तत्व आंतों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं.
  • वीगन डाइट को प्रोटीन का स्थायी स्रोत नहीं माना जाता है. वीगन डाइट फॉलो करने वाले इसके लिए टोफू या सोया मिल्क जैसी चीजें खाते हैं. आपको बता दें कि सोया में फाइटोएस्ट्रोजेंस नाम का तत्व होता है जो शरीर में एस्ट्रोजेन लेवल को बढ़ाता है. मेनोपॉज की समस्या में महिलाओं को इसे सप्लीमेंट के तौर पर दिया जाता है. लेकिन ये शरीर में हार्मोन्स को अंसतुलित करने की समस्या भी पैदा कर सकता है.
  • नॉनवेज हीमोग्लोबीन का एक बेहतरीन स्रोत होता है. रेड मीट में पाया जाना वाला ये तत्व आपके शरीर में हीमोग्लोबीन की मात्रा को बढाता है. जो अपको वेज फूड्स से नही मिल पाता. भारतीय महिलाओं में एनीमिया की काफी ज्यादा समस्या रहती है क्यूंकि यहाँ पर धार्मिक मान्यताओं के चलते लोग वेजीटेरियन बने रहना पसंद करते है.
  • मांस विटामिन्स और ओमेगा 3 फैटी एसिड का भी एक बढ़िया सोर्स है. अगर मछली के मांस का सेवन किया जाए तो इससे हमारे शरीर को ओमेगा-3 फैटी एसिड की प्राप्ति होती है. बॉडी में ओमेगा-3 फैटी एसिड में कमी होने से डिप्रेशन की समस्या भी हो सकती है.
  • मांस खाने से हमारे शरीर को विटामिन-B12 की प्राप्ति होती है. वेजीटेरियन लोगों में B12 की कमी अक्सर देखने को मिलती है. विटामिन B12 की कमी से कमजोरी, थकावट, एनीमिया या भूख ना लगने जैसी शिकायत होने लगती हैं.
  • हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि वीगन डाइट ईटिंग डिसॉर्डर का कारण भी बन सकती है. इसमें इंसान को ऑर्थोरेक्सिया नाम की बीमारी हो सकती है जो आपको खाने की आदतों को बांधकर रखती हैं. इसका सेहत पर काफी बुरा असर होता है.
  • वेज फूड्स के सेवन से शरीर में ज्यादा कार्बोहाइड्रेट बढ़ने की समस्या भी पैदा हो सकती है. बॉडी में कार्बोहाइड्रेट की ज्यादा मात्रा इंसान के मेटाबॉलिज्म को खराब करती है. साथ ही, इससे नॉन एल्कोहोलिक फैटी लिवर, ब्लड शुगर और डीरेगुलेशन की दिक्कतें होने लगती हैं.

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