जस्टिस रंजन गोगोई

मेरा एक हिस्सा हमेशा सुप्रीम कोर्ट में रहेगा मौजूद : जस्टिस रंजन गोगोई

913 0

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवम्बर को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इससे पूर्व शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में उनको विदाई देने के लिए समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कोई भाषण नहीं दिया।

रंजन गोगोई ने एक लिखित संदेश दिया जो कि इस समारोह में पढ़ा गया। जस्टिस गोगोई ने इस संदेश में कहा है कि भले ही मैं शारीरिक रूप से यहां मौजूद न रहूं, लेकिन मेरा एक हिस्सा हमेशा सुप्रीम कोर्ट में रहेगा। जस्टिस रंजन गोगोई ने अपने साथी जजों और सभी सहयोगी अधिकारियों के साथ सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) को भी धन्यवाद दिया। जस्टिस गोगोई ने आभार जताते हुए कहा कि मेरे इतने समय के कार्यकाल में लोगों ने मुझे बहुत सहयोग दिया। सभी को शुभकामनाएं।

जस्टिस रंजन गोगोई ने परंपरा से हटकर अपने विदाई कार्यक्रम में कोई स्पीच नहीं दी। सादगीपूर्ण समारोह में जस्टिस गोगोई के संदेश को ही पढ़ा गया। यह संदेश जस्टिस गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन को दिया था। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की तरफ से हर जज के रिटायरमेंट पर समारोह आयोजित किया जाता है। बार की ओर से कहा गया कि जस्टिस गोगोई की इच्छा के मुताबिक ही सुप्रीम कोर्ट लॉन में समारोह स्थल पर कोई मंच नहीं बनाया गया।

इससे पहले जब भी कोई जस्टिस रिटायर हुए तो बाकायदा मंच बनाकर समारोह आयोजित किया जाता रहा है। हाल ही में जस्टिस अभय मनोहर सप्रे ने भी किसी किस्म का समारोह आयोजित न करने की इच्छा जताई थी। तब भी बस औपचारिक मिलना-जुलना ही हुआ था।

Related Post

Lata Mangeshkar

सरकार द्वारा पेड़ों को काटे जाने के फैसले पर लता मंगेशकर का कड़ा विरोध

Posted by - September 5, 2019 0
बॉलीवुड डेस्क।  लोकप्रिय गायिका लता मंगेशकर ने सरकार द्वारा पेड़ों को काटे जाने के फैसले पर कड़ा विरोध किया है।…
CDS General Bipin Rawat

मानवाधिकार कानून के लिए अत्यंत सम्मान का भाव रखती है सेना: बिपिन रावत

Posted by - December 27, 2019 0
नई दिल्ली। भारतीय सशस्त्र बल बहुत अनुशासित है। इसके साथ ही सेना मानवाधिकार कानून और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के लिए…