Independence Day was celebrated in council schools

1.32 लाख परिषदीय विद्यालयों में एक साथ 1.48 करोड़ बच्चों ने दी झंडे को सलामी

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लखनऊ। देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर उत्तर प्रदेश के 1.32 लाख से अधिक परिषदीय एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (KGBV) ज्ञान और देशभक्ति के संगम स्थल बने रहे। कक्षाओं में गूंजते पाठों की जगह आज राष्ट्रगान और वंदेमातरम् की मधुर धुनें बिखरती रहीं। इन विद्यालयों के लगभग 1.48 करोड़ नन्हे हाथों में तिरंगे और आंखों में भारत के उज्ज्वल भविष्य का सपना झलकता रहा। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगे की छांव में बच्चों की खिलखिलाहट खिलती रही और शिक्षक, राष्ट्रभाव के बीज उनके मन में रोपते रहे।

सुबह से ही प्रदेश के कोने-कोने में स्थित परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट विद्यालयों और KGBV में स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) का उल्लास चरम पर रहा। रंग-बिरंगे झंडों, आकर्षक सजावट और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से विद्यालय प्रांगण देशभक्ति के रंग में रंगे रहे।
इधर, 79वें स्वतंत्रता दिवस का यह महोत्सव अमर सेनानियों को नमन के साथ-साथ शिक्षा, संस्कार और कौशल के माध्यम से एक सशक्त, आत्मनिर्भर और विकसित भारत के निर्माण का सामूहिक संकल्प बनकर उभरा।

राष्ट्रनिर्माण की अग्रिम पंक्ति में खड़ी दिखीं केजीबीवी की बालिकाएं

प्रदेश भर के सभी KGBV में छात्राओं ने देशभक्ति गीत, कविताएं, नृत्य, नाटक और तिरंगा रैली के माध्यम से स्वतंत्रता दिवस का उल्लास मनाया। छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने यह संदेश दिया कि बेटियां शिक्षा और राष्ट्रनिर्माण की अग्रिम पंक्ति में हैं।

देशभक्ति बन गयी सामाजिक एकता के महापर्व

परिषदीय विद्यालयों में बच्चों ने तिरंगा रैली, वाद-विवाद, खेल प्रतियोगिताओं और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से स्वतंत्रता दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और स्वतंत्रता सेनानियों की गाथा को जीवंत किया। अभिभावकों व ग्रामीणों की सहभागिता व देश के प्रति उनके प्रेम ने इस अवसर को सामाजिक एकता के महापर्व में बदल दिया।

बेसिक शिक्षा निदेशालय में रहा उत्सव का माहौल

बेसिक शिक्षा निदेशालय में निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने मुख्य भवन के सामने राष्ट्रध्वज फहराकर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि शिक्षा, ज्ञान का संचार करने के साथ राष्ट्रनिर्माण का सबसे सशक्त साधन है। हर शिक्षक और विद्यार्थी को इस जिम्मेदारी को गर्व के साथ निभाना चाहिए। इस दौरान बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह और महानिदेशक स्कूल श्रीमती कंचन वर्मा के संदेशों का वाचन भी हुआ।

इस अवसर पर उप निदेशक (प्राइमरी) संजय उपाध्याय, रामसमुझ, तेजलाल, नन्दलाल आर्य, शिखा सहित अनेक अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

SCERT ने दिया गुणवत्तापूर्ण और मूल्यनिष्ठ शिक्षा पर बल

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) परिसर में निदेशक गणेश कुमार ने ध्वजारोहण करते हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के अद्वितीय योगदान को नमन किया। उन्होंने शिक्षा को ‘लोकतंत्र की आत्मा’ बताते हुए गुणवत्तापूर्ण और मूल्यनिष्ठ शिक्षा पर बल दिया। उनके साथ उप शिक्षा निदेशक दीपा तिवारी एवं सहायक उप शिक्षा निदेशक अमित कुमार सिंह भी मौजूद रहे।

SIET ने दिखाई नवाचार और तकनीकी शिक्षा की राह

राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान (SIET) में भी स्वतंत्रता दिवस समारोह नवाचार और तकनीकी शिक्षा के संकल्प के साथ मनाया गया। यहां के अधिकारियों और शिक्षाविदों ने तकनीकी साधनों के माध्यम से शिक्षण को और अधिक प्रभावी व आकर्षक बनाने का संकल्प लिया।

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