Chidanand Saraswati

सनातन को उसके चरम उत्कर्ष पर ले जाने का कार्य करेंगे सीएम योगी आदित्यनाथ – चिदानंद सरस्वती

109 0

महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ (Maha Kumbh) की समस्त दिव्यता – भव्यता उसमें आने वाले संतों,महात्माओं और करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था से संभव है।महाकुम्भ में आये परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश के अध्यक्ष और आध्यात्मिक गुरु चिदानंद सरस्वती (Chidanand Saraswati) का कहना है कि महाकुम्भ भारतीयता का महापर्व है, सनातन आस्था को मानने वालों का इससे बड़ा कोई महोत्सव नहीं है। महाकुम्भ कुछ का नहीं सबका महोत्सव है, जिस उत्साह और जोश में लोग महाकुम्भ में भाग लेने आ रहे हैं, संगम के सब तट आस्थावान लोगों से भरे हुए हैं। ऐसा नजारा पूरे विश्व में कहीं देखने को नहीं मिलता। ये सनातन के उत्कर्ष का महापर्व है और सनातन को उसके उच्चतम् शिखर पर ले जाने का कार्य करेंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi)।

महाकुम्भ दे रहा सनातन एकता, सरसता का संदेश

परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष चिदानंद सरस्वती (Chidanand Saraswati) का कहना है कि वो 1971 से महाकुम्भ में सम्मिलित होते रहे हैं। लेकिन जैसी दिव्य और भव्य व्यवस्था प्रयागराज के इस महाकुम्भ में है ऐसी पहले कभी नहीं देखी। महाकुम्भ के इस महाआयोजन के लिए उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ का ऐसा भव्य आयोजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अथक प्रयासों से ही संभव हुआ है।

उन्होंने (Chidanand Saraswati) बताया कि इस अद्भुत आयोजन को देख कर सभी लोग आह्लादित और उत्साहित हैं। देश ही नहीं विश्व के कोने-कोने से आये भक्त और पर्यटक महाकुम्भ की आभा, यहां की आध्यात्मिक ऊर्जा को देख कर यहां बार-बार आना चाह रहे हैं। महाकुम्भ से सनातन की एकता, सरसता का जो संदेश विश्व में जा रहा है अन्यत्र संभव नहीं है।

सनातन के उत्कर्ष को देख सभी आश्चर्यचकित

चिदानंद जी (Chidanand Saraswati) का कहना है कि जब मैंने संगम तट पर स्नान किया तो लोगों में भरे हुए उत्साह को देखकर पूरी तरह गौरवान्वित था। ऐसा दिव्य-भव्य, अद्भुत नजारा, देश-दुनिया के कोने-कोने से लोग आ कर पवित्र संगम में डुबकी लगा रहे हैं।

सनातन के उत्कर्ष को देख कर सभी आश्चर्यचकित हैं। यहां तक कि सीमा पार पाकिस्तान, बंग्लादेश से लेकर बहरीन, अरब के लोग देख कर न केवल हैरान हो रहे हैं बल्कि कई तो खुद महाकुम्भ में शामिल होने आना चाह रहे हैं। लोगों को बांटने वाले देखें कि कैसे सभी जाति, पंत, भाषा बोलने वाले एक साथ संगम स्नान कर रहे हैं। महाकुम्भ सनातन की एकता का महापर्व है।

Related Post

electric buses

वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसें व ई-ऑटो दिव्यांग मित्रों, वृद्धजनों एवं महिलाओं के काफी सुरक्षित

Posted by - January 18, 2024 0
लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि आगामी 22 जनवरी को अयोध्याधाम…
Sadhvi Ritambhara

सामाजिक कार्यों की अग्रदूत हैं साध्वी ऋतम्भरा: योगी

Posted by - May 27, 2025 0
लखनऊ: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों मंगलवार को पद्म पुरस्कार प्रदान किये गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने सम्मान…
Siberian birds will stay with us till Maha Kumbh

महाकुंभ में संगम की कलकल के साथ ही मन मोह लेगी 90 से ज्यादा प्रजातियों के पक्षियों की कलरव

Posted by - November 18, 2024 0
प्रयागराज। अद्भुत महाकुंभ (Maha Kumbh) का साक्षी बनने लुप्तप्राय इंडियन स्कीमर का 150 जोड़ा यहां आ चुका है। संगम की…
CM Yogi

सीएम योगी ने कहा- यात्रा का उद्देश्य विकसित भारत के निर्माण के लिए सभी को जोड़ना है

Posted by - December 21, 2023 0
संतकबीर नगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा कि विगत साढ़े नौ वर्षों में पूरे देश ने एक नए…