देशभर में चल रहे नक्सल मुक्त भारत’ अभियान के बीच छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शनिवार को 23 खूंखार नक्सलियों (Naxalites) ने सरेंडर किया है। इन पर 1.18 करोड़ रुपये इनाम घोषित किया गया था। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में 11 सीनियर कैडर शामिल हैं, जिनमें से ज्यादातर पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन नंबर 1 में सक्रिय हैं। इस बीच छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय (CM Vishnudev Sai) ने नक्सलियों (Naxalites) के सरेंडर करने पर प्रतिक्रिया दी है।
छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “बस्तर बदल रहा है, बंदूकें थम रही हैं… लोकतंत्र की लौ अब हर कोने में जल रही है। सुकमा जिले में 1 करोड़ 18 लाख रुपए के 23 इनामी नक्सलियों (Naxalites) ने आज आत्मसमर्पण किया है, इन्हें मिलाकर पिछले 24 घंटों के भीतर प्रदेश में कुल 45 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ लोकतंत्र पर भरोसा दिखाया है। ये सिर्फ आत्मसमर्पण नहीं है, ये उस विश्वास की जीत है जो हमारी सरकार ने नियद नेल्ला नार जैसी योजनाओं के माध्यम से विकास के रूप में सुदूर अंचलों तक पहुंचाया है। अब यहाँ बंदूक की गोली नहीं, विकास की बोली सुनाई दे रही है। इसी का परिणाम है कि पिछले 15 महीनों में 1521 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।”
उन्होंने आगे लिखा, “यह हमारी सरकार की नवीन आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025 की भी सकारात्मकता का प्रमाण है कि लोग हथियार छोड़कर विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व एवं केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के मार्गदर्शन में सुशासन के विज़न पर चलते हुए, हमारा प्रदेश तय समय सीमा के भीतर नक्सलवाद से अवश्य मुक्त होगा। वंदे मातरम्!”
सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण के अनुसार, सरेंडर करने वाले नक्सलियों में लोकेश उर्फ पोडियाम भीमा (35), रमेश उर्फ कलमु केसा (23), कवासी मासा (35), मड़कम हूंगा (23), नुप्पो गंगी (28), पुनेम देवे (30), पारस्की पांडे (22), मदवी जोगा (20), नुप्पो लच्छू (25), पोडियाम सुखराम (24) और दूधी भीमा शामिल हैं। इन पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम था। इसके अलावा, चार अन्य नक्सलियों (Naxalites) पर 5-5 लाख रुपये, एक नक्सली पर 3 लाख रुपये और सात नक्सलियों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम था।