कोरोना संकट को देखते हुए यूपी समेत विभिन्न सरकारों ने कांवड़ यात्रा को रद्द करने का फैसला किया, हिन्दू महासभा ने इसकी निंदा की है। हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अशोक शर्मा ने मोदी सरकार से मांग की है कि जब तक महामारी पूरी तरह खत्म नहीं होती कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं होना चाहिए। शर्मा ने नाराजगी जाहिर करते हुए मोदी सरकार से मांग की है कि जब तक कोरोना है तब तक चुनाव, धरना, राजनीतिक बैठक या फिर शपथ ग्रहण को भी बंद करवाइए।
उन्होंने कहा- मुझे समझ नहीं आता योगी सरकार ने किन कांवड़ संघ के लोगों से बात करके ये फैसला लिया, मैं खुद 20 साल से कांवड़ यात्रा का प्रबंध कर रहा हूं। अशोक शर्मा ने योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा- आज लोग अपने स्वार्थ और राजनीति के चलते हमारी इस महान यात्रा को खंडित कर रहे हैं।
इससे पहले उत्तराखंड और यूपी सरकार ने भी कांवड़ यात्रा पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा तो मुख्यमंत्री पद संभालते ही कांवड़ यात्रा पर रोक लगाने का फैसला लिया गया था। वहीं यूपी सरकार ने इस फैसले को लेने में काफी देरी लगाई थी। राज्य सरकार का पहले प्रयास था कि कोरोना प्रोटोकॉल्स का पालन करते हुए कांवड़ यात्रा को करवा दिया जाए। लेकिन बाद में जब सुप्रीम कोर्ट की तरफ से भी सफाई मांगी गई और कोरोना की तीसरी लहर का खतरा भी महसूस हुआ, तब योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया।
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अब दिल्ली में भी DDMA द्वारा इसी कड़ी में ये अहम फैसला जारी कर दिया गया है। कोरोना काल में कांवड़ यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाना किसी भी सरकार के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है, यही वजह है कि अब एक-एक कर राज्य सरकारें इस यात्रा को रद्द करने का फैसला सुना रही हैं।