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सर्वे के अनुतार- महामारी के दौरान महिलाओं ने थामी घर की कमान, लिया सबसे अधिक व्यक्तिगत ऋण

women took more personal loan during the epidemic

women took more personal loan during the epidemic

मुंबई । वित्त वर्ष 21 के पहले 9 महीनों में व्यक्तिगत ऋण जो आम तौर पर बिना किसी सुरक्षा के लिया जाता है, में 23 फीसदी का इजाफा देखने को मिला, जबकि होम लोन सेगमेंट में महज 5 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली। कोरोना महामारी के दौरान ज्यादातर महिलाओं ने होम लोन या ऑटो लोन के बजाए असुरक्षित व्यक्तिगत ऋण का अधिक सहारा लिया है। गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई।

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क्रेडिट इंफॉरमेशन कंपनी सीआरआईएफ हाई मार्क की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 21 के पहले 9 महीनों में व्यक्तिगत ऋण जो आम तौर पर बिना किसी सुरक्षा के लिया जाता है, में 23 फीसदी का इजाफा देखने को मिला , जबकि होम लोन सेगमेंट में महज 5 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली। कोरोना महामारी और लॉकडाउन (personal loan during the epidemic) ने घरों में आर्थिक रूप से चोट पहुंचाई।

महिला दिवस के पहले जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, महिला ऋणधारकों में व्यक्तिगत ऋण की संख्या 4,354 से बढ़कर 6,482 हो गई, जबकि ऑटो ऋण में 4 फीसदी की बढ़त के साथ यह संख्या 1,818 थी। समग्र व्यक्तिगत ऋण और ऑटो ऋण चार्ट में महिलाओं की हिस्सेदारी एक प्रतिशत बढ़कर 16 प्रतिशत हो गई है, रिपोर्ट में कहा गया है कि वे गृह ऋण बाजार का 29 प्रतिशत हिस्सा हैं।

महिलाओं के लिए बकाया व्यक्तिगत ऋण पोर्टफोलियो में शीर्ष पांच राज्यों की हिस्सेदारी पिछले वर्ष की तुलना में 18 प्रतिशत बढ़ी है, और दक्षिणी राज्यों की महिला उधारकर्ताओं के पास पश्चिमी और उत्तरी राज्यों की तुलना में उच्च क्रेडिट बुक आकार है। महिलाओं द्वारा लिए गए ऋण का औसत आकार पुरुषों द्वारा उधार लेने की तुलना में छोटा है, जबकि महिलाओं द्वारा उधार लिया गया औसत ऑटो ऋण आकार पुरुषों द्वारा उधार लेने की तुलना में 8 प्रतिशत अधिक है।

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