Site icon News Ganj

अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से कोविड-19 रोगियों की होगी स्क्रीनिंग

Prof. Vinay Kumar Pathak

Prof. Vinay Kumar Pathak

लखनऊ। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय व किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के संयुक्त अनुसंधान द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (artificial intelligence) की मदद से कोविड-19 रोगियों की स्क्रीनिंग हेतु विकसित टूल का शोध पत्र विश्व के प्रतिष्ठित एससीआई जर्नल एल्जिवियर के साइंस डायरेक्ट में प्रकाशित हुआ है।

इस टूल का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था, जिसके बाद इस टूल को देश के कई मेडिकल संस्थानों में कोविड-19 रोगियों की स्क्रीनिंग हेतु उपयोग में लाया जा रहा है। शोध पत्र ‘ए डीप लर्निंग-बेस्ड कोविड-19 ऑटोमेटिक डायग्नोसिस फ्रेमवर्क यूसिंग चेस्ट एक्स-रे इमेजेज’ टाइटल से एल्जिवियर के साइंस डायरेक्ट जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

शरजील उस्मानी का भड़काऊ भाषण, भाजपा ने की सख़्त कार्यवाही की माँग

यह टूल मात्र एक्स-रे इमेज के मदद से कोविड-19 रोगियों की स्क्रीनिंग करने में सक्षम है। इसका विश्लेषण 99.98 प्रतिशत शुद्धता के साथ कार्य करने में सक्षम पाया गया है। यह अनुसन्धान न केवल प्रदेश, अपितु देश-विदेश में अग्रणी अनुसन्धान के रूप में दृष्टिगोचर हो रहा है।
इस शोध पत्र के प्रकाशन में भारतीय वैज्ञानिकों के साथ विदेशी वैज्ञानिको द्वारा भी अहम् भूमिका का निर्वाह किया गया। इन वैज्ञानिकों में प्रो. एमके दत्ता, डॉ. अनित परिहार, कार्लोस एम, सीजर एलिप्पी, रेडीम बर्गेट, प्रो. विनय कुमार पाठक, प्रो. एमएलभी भट्ट, डॉ. नीरा कोहली, डॉ. हिमांशु, डॉ. हरदीप सिंह मल्होत्रा, डॉ. आरके गर्ग, डॉ. राज कुमार, डॉ. नरेश पाल सिंह, डॉ विजय सरदाना, डॉ. हर्ष वर्धन सिंह खोखर, राकेश चंद्र जोशी व सौम्या यादव आदि शामिल हैं।

इस प्रोजेक्ट में शामिल प्रो. एमकेदत्ता का फंड्स इमेजेज से डायबिटिक रेटिनोपैथी, ग्लूकोमा और मैक्यूलर एडमा जैसी गंभीर बीमारियों का पता लगाने के लिए भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। प्रो. दत्ता का अधिकांश शोध कार्य संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, चेक गणराज्य, स्पेन, जर्मनी, ताइवान, चीन, ऑस्ट्रेलिया, कोरिया आदि के वैज्ञानिकों के सहयोग से है।

Exit mobile version