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सभी नगरीय निकायों में रैन बसेरों व सेल्टर होम्स को मिशन मोड पर संचालित किए जाने के निर्देश

Amrit Abhijat

Amrit Abhijat

लखनऊ। प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात (Amrit Abhijat) द्वारा प्रदेश में बढ़ती ठंड एवं शीतलहर के दृष्टिगत नगरीय निकायों में निराश्रित एवं दुर्बल वर्ग के आश्रयहीन व्यक्तियों को ठहरने व रुकने हेतु सुरक्षित स्थान प्रदान किये जाने के निर्देश दिये हैं। साथ ही मूलभूत सुविधाओं सहित नये अस्थायी रैन बसेरों के निर्माण के साथ ही निर्मित एवं संचालित रैन बसेरों (Night Homes) व शेल्टर होम्स (Shelter Homes) को मिशन मोड पर संचालित किए जाने के लिए कहा गया है। निदेशक स्थानीय निकाय, निदेशक सूडा के साथ सभी जिलाधिकारी, नगर आयुक्तों, अधिशासी अधिकारियों एवं पीओ डूडा को पत्र भेज दिये गये हैं।

प्रमुख सचिव (Amrit Abhijat) ने निर्देशित किया है कि प्रदेश के समस्त चिकित्सालयों, मेडिकल कॉलेजों, बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों, श्रमिकों के कार्य स्थलों एवं बाजारों में अनिवार्य रूप से रैन बसेरे व शेल्टर होम्स संचालित किये जायें। इस हेतु राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं विकास प्राधिकरण आदि द्वारा भी अपेक्षित सहयोग प्रदान किया जाय। रैन बसेरा व शेल्टर होम्स में ऐसे जरूरतमन्द व्यक्तियों, जिसके पास ठहरने की सुविधा नहीं है तथा विशेष रूप से जो चिकित्सा एवं रोजगार आदि के लिए बाहर से आये हैं, रहने की सुविधा उपलब्ध करायी जाये।

अमृत अभिजात (Amrit Abhijat) ने कहा कि कोई भी लाचार, गरीब, बेसहारा, निराश्रित व्यक्ति खुले में अथवा सड़क के फुटपाथ व पटरियों पर सोता हुआ न मिले, इसकी सतत निगरानी की जाये। उन्होंने रैन बसेरा व शेल्टर होम्स में रुकने वाले व्यक्तियों को ठंड से बचाने एवं आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु समस्त उपाय यथा- साफ-सफाई, स्वच्छ बेड शीट, कम्बल, गरम पानी, शौचालय, प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था तथा सीसीटीवी आदि का प्रबन्ध किये जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रत्येक रैन बसेरा व शेल्टर होम्स में उपलब्ध करायी गयी बेड शीट, कम्बल इत्यादि की सफाई व धुलाई नियमित रूप से करने के भी निर्देश दिए हैं।

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प्रमुख सचिव ने कहा है कि समस्त रैन बसेरों में केयर टेकर भी तैनात किये जायें, जिसका नाम पदनाम, मोबाइल नम्बर रैन बसेरों के गेट पर अवश्य दर्शाया जाये। रात्रि में जनपद व निकाय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रैन बसेरों का औचक निरीक्षण अवश्य किया जाये। रैन बसेरों के केयर टेकर के पास निरीक्षण रजिस्टर भी रखा जाए, जिसमें निरीक्षण अधिकारी अपनी टिप्पणी भी अंकित करें।

उन्होंने कहा कि रैन बसेरा के संचालन के विषयगत सिविल सेवा संगठन, सिविल डिफेन्स, विद्यालयों, व्यापार संगठन, औद्योगिक संघ, रेड क्रॉस सोसाइटी इत्यादि का भी परस्पर सहयोग लिया जाये। नगरीय निकाय में संचालित रैन बसेरों व शेल्टर होम्स की प्रस्थिति के विषयगत सूचना प्रतिदिन निर्धारित प्रारूप (प्रारूप संलग्न) पर निदेशक, स्थानीय निकाय निदेशालय उपलब्ध कराया जायेगा। साथ ही उन्होंने निदेशक, स्थानीय निकाय को सभी कार्यों का अनुश्रवण करते हुए संबंधित सूचना प्रत्येक सप्ताह के बाद शासन को उपलब्ध कराने को भी कहा है।

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