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एसटीपी का रखरखाव अब आउटसोर्सिंग कंपनियों के जिम्मे, नगर विकास विभाग ने किया अनुबंध

एसटीपी का रखरखाव

एसटीपी का रखरखाव

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विभिन्न महानगरों में एसटीपी के रख रखाव, दीर्घकालिक संचालन व प्रबंधन आउटसोर्सिंग के माध्यम से कराए का निर्णय बीते 11 जून को लिया था। इसके तहत अभी तक तीन महानगरों के एसटीपी के रखरखाव, दीर्घकालिक संचालन व प्रबंधन आउटसोर्सिंग का अनुबंध किया जा चुका है।

आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल टंडन व मेसर्स तोशिबा वाटर साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड हरियाणा के साथ 10 साल के लिए अनुबंधन पत्र पर हस्ताक्षर किए

इसी के तहत के गुरुवार गोमती नगर विस्तार सेक्टर सात स्थित स्थानीय नगरीय निकाय निदेशालय सभागार में नगर विकास,शहरी समग्र विकास,नगरीय रोजगार एवं गरीब उन्मूलन विभाग के मंत्री आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल टंडन व मेसर्स तोशिबा वाटर साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड हरियाणा के साथ 10 साल के लिए अनुबंधन पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। इस अनुबंध के तहत मेसर्स तोशिबा वाटर साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड गोरखपुर (गोरखपुर, अयोध्या व सुल्तानपुर 62 एमएलडी) का रख रखाव, संचालन व प्रबंधन किया जाना प्रस्तावित है। इस अनुबंध के तहत प्रतिवर्ष 13.32 करोड रुपये खर्च किए जाएंगे।

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एसटीपी के सुचारु रुप से संचालन के लिए किया जा रहा है अनुबंध: आशुतोष टंडन

इस अवसर पर मंत्री आशुतोष टंडन ने ​कहा कि प्रदेश में स्थापित एसटीपी के सुचारु रुप से संचालन की स्थिति को ध्यान में रखकर यह अनुबंध किया जा रहा है। नगर विकास विभाग का मानना है कि एसटीपी व इनसे जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर का दीर्घकालिक रखरखाव संचालन व प्रबंधन आउटसोर्सिंग के माध्यम से इस क्षेत्र में स्थापित दक्ष कम्पनियों के माध्यम से कराया जाना चाहिए। आशुतोष टंडन ने ​कहा कि यह कार्य उत्तर प्रदेश जल निगम, जल संस्थान व नगर निगम द्वारा स्थानीय ठेकेदारों के जरिए कराया जाता रहा है, लेकिन इस व्यवस्था में न तो पूरे सिस्टम का इंटीग्रेटेड तरीके से रखरखाव व संचालन की जाती है और न ही दक्ष कम्पनियों को लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि इससे जहां एक ओर शासन का धन खर्च होता है, वहीं खर्च धन के सापेक्ष वांछित प्रतिफल भी नहीं मिल पाता है। अब इस कार्य में दक्ष कम्पनियों को लगाए जाने से लोगों को अच्छी सुविधा प्राप्त होगी। इसके साथ ही सीवर सफाई के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को आसानी से रोका जा सकेगा।

अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर के दौरान विभागीय मंत्री के साथ-साथ महापौर गोरखपुर, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष सुल्तानपुर,मेसर्स तोशिबा वाटर साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड हरियाणा के परियोजना निदेशक, राज्य स्वच्छ गंगा मिशन के प्रबंधन निदेशक, उत्तर प्रदेश जल​ निगम व नगर आयुक्त नगर निगम गोरखपुर, अधिशासी अधिकारी अयोध्या आदि मौजूद थे। इससे पहले लखनऊ, गाजियाबद व आगरा महानगर में एसटीपी के रखरखाव, दीर्घकालिक संचालन व प्रबंधन आउटसोर्सिंग के माध्यम से कराए का अनुबंध अन्य कम्पनियों के साथ हो चुका है।

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