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चिराग पासवान पर चाचा का बड़ा आरोप, कहा- रामविलास पासवान को जबरन अध्यक्ष पद से हटाया

बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी के भीतर मची रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है, चिराग पासवान पर उनके चाचा पशुपति पारस ने बड़ा आरोप लगाया है। केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस ने ने कहा- चिराग ने अपने पिता रामविलास पासवान को जबरन राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाया था। पशुपति ने कहा- जब तक मैं बिहार में पार्टी अध्यक्ष था तब तक पार्टी का प्रदर्शन बढ़िया था लेकिन चिराग ने हमें भी अध्यक्ष पद से हटा दिया।

पशुपति ने तो यहां तक कह दिया कि चिराग उन्हें चाचा मानने से भी इंकार करते हैं, चिराग ने कह दिया था कि हम दोनो का खून एक नहीं है। पशुपति पारस ने कहा मैं अब चिराग पासवान से किसी भी तरह का कोई रिश्ता नहीं रखना चाहता, वह मुझे जेल भेजना चाहते हैं अब जेल भेजकर दिखाएं।

चिराग पासवान ने 24 घंटे के बाद चाचा को घेरने के लिए सबूत के साथ ट्वीट किया है। उनका लब्बोलुआब ये है कि ‘ पार्टी मां के समान होती है और मां से धोखा नहीं करते।’ जाहिर है कि चिराग मॉनसून के बादलों की तरह चाचा पर बरस पड़े या यूं कहें कि फट पड़े हैं।

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इस दौरान चिराग ने अपने चाचा पशुपति पारस को लिखी 29 मार्च 2021 की पुरानी चिट्ठी भी ट्विटर पर सार्वजनिक कर दी है। इस चिट्ठी में उन्होंने साफ लिखा है कि ‘2019 में रामचंद्र चाचा के निधन के बाद से ही आपमें बदलाव देखा और आज तक देखते आ रहा हूं। चाचा के निधन के बाद प्रिंस की जिम्मेदारी चाची ने मुझे दे दी और कहा कि आज से मैं ही प्रिंस के लिए पिता समान हूं।प्रिंस को आगे बढ़ाने के लिए उसको प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मैंने दी। सबलोग इस फैसले से खुश थे लेकिन मुझे तब पीड़ा हुई जब आप इस फैसले के विरोध में नाराज हो गए और आपने प्रिंस को मिली नई जिम्मेवारी के लिए उसे शुभकामना देना भी उचित नहीं समझा।’
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