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उत्तराखण्ड “जैविक राज्य“ के रूप में जाना जाएगा: सीएम धामी

CM Dhami

CM Dhami

देहरादून। मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने कहा कि उत्तराखंड के 34 प्रतिशत भाग में जैविक कृषि की जा रही है। केंद्र और राज्य सरकार की ओर से उत्तराखंड को “जैविक राज्य“ के रूप में पहचान दिलाने के लिए प्रभावी पहल की जा रही है।

सोमवार को मालसी स्थित एक होटल में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड जैविक उत्पाद परिषद की ओर से आयोजित कार्यशाला का बतौर मुख्य अतिथि यह बातें कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ किसानों के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इसी का परिणाम है कि पिछले वर्षों में प्रदेश ने जैविक कृषि के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुआ है। उत्तराखंड के 34 प्रतिशत भाग में जैविक कृषि की जा रही है, इसे बढ़ाने के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।

राज्य सरकार प्रदेश के समस्त 11 पर्वतीय जनपदों को पूर्ण जैविक जनपदों में परिवर्तित करने के लिए भी प्रयासरत है। उत्तराखंड को 2025 तक हर क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश के किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने कहा कि प्रदेश को जैविक कृषि के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए “इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर मूवमेंट“ (आईफोम) जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्था के सहयोग से “आर्गेनिक कार्यशाला“ का आयोजन निश्चित रूप से समृद्ध उत्तराखण्ड निर्माण की संकल्पना को सार्थक करने का एक उत्कृष्ट माध्यम बनेगा।

6400 हेक्टेयर क्षेत्र में “प्राकृतिक कृषि“ की कार्ययोजना –

मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत का किसान वर्ग तेजी से प्रगति कर रहा है। केंद्र सरकार अनेक लाभकारी योजनाओं से देश के किसानों को समृद्ध बनाने का काम कर रही है। प्रदेश में जैविक कृषि के साथ-साथ प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना “प्राकृतिक कृषि“ को भी वृहद स्तर पर संचालित करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। इसके प्रथम चरण में इसी वर्ष से 6400 हेक्टेयर क्षेत्र में “प्राकृतिक कृषि“ की कार्ययोजना को स्वीकृत किया जा चुका है।

विषय विशेषज्ञ जैविक खेती के तरीकों का लेंगे जायजा: कृषि मंत्री

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सरकार राज्य में जैविक खेती को तेजी से बढ़ावा देने की दिशा में कार्य कर रही है। विषय विशेषज्ञों की ओर से फील्ड भ्रमण कर राज्य में हो रहे जैविक खेती के तरीकों का जायजा लिया जायेगा। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए और क्या प्रयास हो सकते हैं, इसके बारे में भी कार्यशाला में व्यापक स्तर पर चर्चा होगी। राज्य में जैविक खेती के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने यूरोप भ्रमण के दौरान जैविक खेती के तौर तरीकों को देखा। राज्य में इसे तेजी से बढ़ावा देने के लिए आईफोम के साथ एमओयू किया गया है।

फूड प्रोसेसिंग हमारी ताकत: एस एस संधू

इस मौके पर सचिव कृषि बी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम, निदेशक राष्ट्रीय जैविक एवं प्राकृतिक खेती डॉ.गगन शर्मा, आईफोम के अध्यक्ष गबौर फिगैक्सकी,सीनियर मैनेजर पैट्रीसिया फ्लोरेस, कृषि निदेशक गौरी शंकर और कृषि विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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