उत्तर प्रदेश पुलिस की बर्बरता की खबर सामने आई है, जहां पुलिस ने आजमगढ़ जिले में दलितों के चार मकानों पर बुलडोज़र चलवा दिया है। यूपी कांग्रेस का कहना है कि कुछ पुलिस वालों की दलित परिवारों से कहा सुनी हो गई थी, जिसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की। मीडिया के मुताबिक कहासुनी उस वक्त हुई जब पलिया गांव के प्रधान को एक पुलिस इंस्पेक्टर ने पीट दिया, प्रधान दलित समुदाय का बताया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि इसके बाद पुलिस वाले जेसीबी मशीने लेकर आए और 4 दलित परिवारों के मकान ढहा दिए। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा- इस घटना से उत्तर प्रदेश शासन की दलित विरोधी मानसिकता सामने आई है। कार्रवाई होनी चाहिए।
आज़मगढ़, रौनापार के पलिया गांव में यूपी पुलिस द्वारा दलित परिवारों पर हमला करने की खबर आ रही है। वहाँ कई मकानों को तोड़ा गया, सैकड़ों पर मुकदमा दर्ज किया।
यह सरकारी अमले की दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक है। तत्काल दोषियों के ऊपर कार्यवाही हो और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाए। pic.twitter.com/eOUUZuH5yL
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 5, 2021
स्थानीय मीडिया के मुताबिक कहासुनी उस वक्त हुई जब पलिया गांव के प्रधान को एक पुलिस इंस्पेक्टर ने पीट दिया। इससे गांव के लोग नाराज हो गए। प्रधान दलित समुदाय का बताया जाता है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि इसके बाद पुलिस वाले जेसीबी मशीने लेकर आए और 4 दलित परिवारों के मकान ढहा दिए।
इस घटना पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि इस घटना से उत्तर प्रदेश शासन की दलित विरोधी मानसिकता सामने आई है। उन्होंने इस मामले के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए दलित परिवारों को मुआवजा देने का अनुरोध किया है।