लखनऊ। उत्तर प्रदेश को ‘उन्नत प्रदेश’ के रूप में ट्रांसफॉर्म कर रही डबल इंजन सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए राज्य के ‘एक ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी’ बनाने की दिशा में मील का पत्थर रखा है। नई दिल्ली में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक में उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में सेमीकंडक्टर (Semiconductors) यूनिट की स्थापना को स्वीकृति दी गई। डबल इंजन की सरकार द्वारा देश में सेमीकंडक्टर मिशन के अंतर्गत छठी इकाई के तौर पर इस प्रोजेक्ट को स्वीकृत किया गया है। परियोजना के अंतर्गत ग्रेटर नोएडा में जेवर एयरपोर्ट के समीप दो दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनियों के संयुक्त उपक्रम के तौर पर 3700 करोड़ रुपए के निवेश से यूनिट को स्थापित किया जाएगा। यह सेमीकंडक्टर सेक्टर में उत्तर प्रदेश को ‘सुपर हब’ के तौर पर स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम सिद्ध होगा।
मोदी कैबिनेट के इस फैसले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आभार जताया। सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ऐक्स पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया तथा इस निर्णय को ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में ऐतिहासिक कदम करार दिया।
यीडा अधिकृत क्षेत्र में सेमीकंडक्टर (Semiconductors) यूनिट की होगी स्थापना
मोदी कैबिनेट ने भारत सेमीकंडक्टर मिशन के अंतर्गत यूपी के ग्रेटर नोएडा में सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना को मंजूरी दी। यह जेवर में जल्द ही संचालित होने जा रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (एनआईए) के समीप होगा। यह नई यूनिट यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) अधिकृत क्षेत्र में स्थापित होगी जिसे दो वैश्विक दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनियां संयुक्त उपक्रम के रूप में स्थापित करेंगे।
डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स का होगा निर्माण
यह संयंत्र डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स का निर्माण करेगा, जो मोबाइल फोन, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल, पर्सनल कंप्यूटर और अन्य अनेक उपकरणों में प्रयुक्त होता है। संयंत्र की क्षमता प्रति माह 20,000 वेफ़र और 36 मिलियन यूनिट उत्पादन की डिजाइन क्षमता पर आधारित होगी। कुल 3,700 करोड़ रुपये के निवेश से इसे स्थापित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि भारत का सेमीकंडक्टर उद्योग तीव्र गति से विकसित हो रहा है तथा उत्तर प्रदेश भी इस कड़ी में तेजी से प्रगति कर रहा है।
यूपी की सेमीकंडक्टर (Semiconductors) नीति का दिख रहा सकारात्मक असर
यूपी ने सेमीकंडक्टर (Semiconductors) को समर्पित ‘उत्तर प्रदेश सेमीकंडक्टर नीति-2024’ प्रख्यापित की थी जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। इस नीति में सेमीकंडक्टर मैनुफैक्चरिंग व चिप डिजाइन के संयंत्र लगाने के लिए पूंजीगत सहायता, ब्याज उपादान, भूमि मूल्य, स्टांप, विद्युत शुल्क में छूट के आकर्षक प्रावधान किए गए हैं जिसका लाभ दुनिया की दिग्गज कंपनियां उठाने के लिए तत्पर हैं।
भविष्य के ‘सुपर हब’ की छवि हो रही मजबूत
उत्तर प्रदेश चिप डिजाइन व प्रोडक्शन की दिशा में न केवल देश बल्कि विदेशों में भी भविष्य के सुपर हब के तौर पर उभर रहा है। डबल इंजन सरकार का मौजूदा प्रयास इसे और मजबूती देने का कार्य करेगा। मोबाइल फोन, लैपटॉप, सर्वर, चिकित्सा उपकरण, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा उपकरण और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स के उत्पादन में तेजी से बढ़ती मांग के बीच, यह नई यूनिट आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में सहायक सिद्ध होगी।
एक दिन पहले ही विश्व की सबसे आधुनिक चिप को डिजाइन करने वाले सेंटर की हुई स्थापना
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही यानी मंगलवार को जापान की दिग्गज सेमीकंडक्टर कंपनी रेनेसास इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ने नोएडा में अपने अत्याधुनिक चिप डिजाइन सेंटर की शुरुआत की। खास बात यह है कि यहां विश्व की सबसे एडवांस्ड 3 नैनोमीटर की चिप को डिजाइन किया जाएगा, तथा दुनिया में केवल गिनी-चुनी कंपनियों और देशों में ही इस अत्याधुनिक तकनीक पर कार्य हो रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया प्रधानमंत्री का आभार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसल पर हर्ष जताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर अपने ऑफिशियल अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा- माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक सेमीकंडक्टर इकाई की स्थापना को मंजूरी दी गई है जो आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने आगे लिखा, 3700 करोड़ रुपए के निवेश के साथ यह इकाई मोबाइल फोन, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल और विभिन्न उपकरणों डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स का निर्माण करेगी। भारत अब सेमीकंडक्टर विनिर्माण में वैश्विक नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है तथा यूपी उच्च-स्तरीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर उत्पादन के केंद्र के रूप में उभर रहा है, धन्यवाद प्रधानमंत्री जी।