Site icon News Ganj

इस महिला ने चेहरा खोया लेकिन हिम्मत नहीं, अलग सी बनाई पहचान

लखनऊ डेस्क। सफलता के रस्ते में चाहे कितनी भी बाधाएं आयें लेकिन हमें हिम्मत नही खोनी चहिये हिम्मत से जुडी एक ऐसी कहानी हिम्मती लड़की की है जिसने न केवल अपनी पहचान बनाई बल्कि आज की पीड़ित युवतियों के लिए वो एक मार्गदर्शक भी हैं। इस कहानी को जो कोई भी भी सुनता है सोचने पर मजबूर हो जाता है। बचपन में पिता द्वारा चेहरा जला देने के बाद भी हिम्मत नही खोई।

ये भी पढ़ें :-हरियाणा से विदेशों तक अपने ब्रांड को ले गईं ये महिला, जानें कैसे 

आपको बता दें फैशन एंड लॉन्जरी ब्रांड क्लोविया के एक एड में नजर आ चुकी अनमोल ने बचपन से ही जीवन में दुख भोगे। जब वो मात्र दो माह की थीं, तो उनके पिता ने उनकी मां पर एसिड फेंक दिया।इस हादसे में मां की मौत हो गई, लेकिन अनमोल बच गईं।अनमोल को इलाज के लिए पांच साल तक अस्पताल में रहना पड़ा।अनमोल को अपनाने की कोशिश न परिवारवालों ने की और न ही उनका बाहरी दुनिया ने। अस्पताल नर्स और स्टॉफ ने भी लंबे समय तक उनका साथ दिया। ठीक होने पर उन्हें एक अनाथालय में सौंप दिया गया।

ये भी पढ़ें :-KBC 11: पैतृक गांव में शिव मंदिर बनवाना चाहती है करोड़पति बनीं यह महिला 

जानकारी के मुताबिक इतना कुछ होने के बाद भी उन्होंने हौंसला नहीं छोड़ा। अनाथालय में अनमोल ने शिक्षा ग्रहण की। स्कूल खत्म होने के बाद वह कॉलेज पहुंची, तो चीजें एकदम बदल गई। उनके साथ भेदभाव होने लगा। उनका कोई दोस्त भी नहीं था। अनाथालय ने एक ट्यूटर को हायर किया, जिसने न केवल अनमोल को अकैडमिक्स पढ़ाई, बल्कि उन्हें यह एहसास दिलाया कि उन्हें अपने जीवन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए बजाय इसके कि लोग उनके बारे में क्या सोचते हैं। अनमोल ने अपना बैचलर कंप्यूटर एप्लीकेशन्स में पूरा किया। जिसके बाद उन्हें एक निजी कंपनी में जॉब भी मिल गई।

Exit mobile version