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देश के लिए शहीद होने से बड़ा कोई बलिदान नहीं: सीएम योगी

cm yogi

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi), उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, संसदीय कार्य एवं वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा समेत अन्य महत्वपूर्ण लोगों ने कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) पर मंगलवार को कारगिल शहीद स्मृति वाटिका पहुंचकर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किये।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) ने कहा कि आज पूरा देश भारत माता के महान सपूतों को नमन कर रहा है। आज ही के दिन 1999 को कारगिल विजय दिवस की घोषणा हुई थी। इस युद्ध से पाकिस्तान दुनिया में एक्सपोज हुआ था कि कैसे वह भारत की सीमा में घुसपैठ करता है। उसने यह युद्ध भारत पर जबरन थोपा। वहीं भारत के वीर सपूतों का शौर्य एक बार फिर दुनिया ने देखा था। इस युद्ध में वीर सैनिकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था।

सीएम योगी ने कारगिल विजय दिवस पर वीर सपूतों को किया नमन

इसमें लखनऊ से कैप्टन मनोज कुमार पांडेय, कैप्टन आदित्य मिश्रा, लांस नायक केवड़ा नंद द्विवेदी, रायफल मैन सुनील जंग का नाम बड़े गर्व के साथ लेता है। यही कारण है कि हमारे बहादुर जवानों के साहस उनकी वीरता को ध्यान में रखकर कैप्टन मनोज पांडेय को भारतीय सेना का सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र दिया गया था।

देश के पहले आर्मी स्कूल का नाम भी कैप्टन मनोज पांडेय के नाम किया गया। यह विद्यालय 1960 में स्थापित किया गया था। देश की रक्षा के लिए शहीद होने से कोई और बड़ा बलिदान नहीं हो सकता है। पूरा राष्ट्र उन शहीदों का ऋणी रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर 13 से 15 अगस्त के बीच हर घर पर तिरंगा फहराया जाएगा। राष्ट्रीय प्रतीकों के प्रति भाव पैदा करना है। इसमें पूरे भारतवासियों को जुड़ना होगा। सभी स्कूल-कॉलेज, दफ्तर, संस्थाएं जुड़ेंगे।

उप मुख्यमंत्री पाठक ने कहा कि प्रति वर्ष 26 जुलाई को हम लोग कारगिल दिवस मना रहे हैं। हमारी सेना के जवानों ने पाकिस्तान को पराजित कर दिया था। पाकिस्तान की पूरी सेना लड़ रही थी। हमारे रणबांकुरों ने उन्हें भागने को मजबूर कर दिया था। खासकर उप्र के सपूतों को हमेशा याद किया जाएगा। हम उनके योगदान का कभी भूल नहीं पाएंगे।

इस अवसर पर मंत्री एके शर्मा, मेयर संयुक्ता भाटिया, पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन, नीरज बोरा, योगेश शुक्ला, सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा समेत अन्य लोग मौजूद थे।

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