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राजपक्षे बोले- श्रीलंका आतंकियों से खुद निपट लेगा, नहीं चाहिए भारत से एनएसजी

राजपक्षे

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नई दिल्ली। ईस्टर रविवार के दिन श्रीलंका के कोलंबो में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से मिली मदद पर पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने शुक्रिया अदा किया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि श्रीलंका की जमीन पर कोई विदेशी सुरक्षाबल नहीं चाहिए।

हमारे अपने सुरक्षा बल काफी सक्षम हमें उन्हें और आजादी और शक्ति देने की ज़रूरत 

महिंदा राजपक्षे ने कहा कि ‘भारत मददगार रहा है, लेकिन नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी ) के आने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे अपने सुरक्षा बल काफी सक्षम हैं। हमें उन्हें और आजादी और शक्ति देने की ज़रूरत है।

पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे ने कहा कि राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना और प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे ही ईस्टर धमाकों के जिम्मेदार

महिंदा राजपक्षे की यह टिप्पणी एक सरकारी अधिकारी के यह बताए जाने के बाद आई है कि श्रीलंका की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने NSG को स्टैंडबाय पर रखा है। बता दें कि पिछले साल तख्तापलट में शामिल पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे ने श्रीलंका सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना और प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे ही ईस्टर धमाकों के जिम्मेदार हैं, जिसमें करीब 250 से ज्यादा लोगों की जान चली गई।

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राष्ट्रपति सिरिसेना के पास ही रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय पुलिस की देखरेख की जिम्मेदारी

बता दें कि राष्ट्रपति सिरिसेना के पास ही रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय पुलिस की देखरेख की जिम्मेदारी है। ऐसा कहा जा रहा है कि रनिल विक्रमसिंघे को पिछले साल सत्ता से बेदखल करने की कोशिशें विफल होने के बाद उन्हें सुरक्षा से जुड़ी अहम बैठकों से दूर रखा जा रहा था।राजपक्षे ने कहा कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर भी राजनीति करने में व्यस्त हैं। देश में बढ़ते कट्टरपंथ के बारे में सभी जानते हैं। उन्हें बस वोट बैंक की फिक्र है और इस कारण उन्होंने कार्रवाई नहीं की।

पहले ही यह बात स्वीकार कर चुके हैं अधिकारी

श्रीलंका के शीर्ष अधिकारी पहले ही ये स्वीकार कर चुके हैं कि बम धमाकों से एक हफ्ते पहले उन्हें कुछ इंटेलीजेंस यूनिस्ट से इसकी सूचना मिली थी, लेकिन इन धमाकों को रोकने के लिए ज्यादा कुछ नहीं किया गया। श्रीलंका के पुलिस चीफ पूजीथ जयसुंदरा और डिफेंस सेक्रेटरी हेमासिरी फर्नेंडो ने बम धमाकों के बाद अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।

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श्रीलंका के प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने ट्वीट किया कि हम सामूहिक रूप से इसकी जिम्मेदारी ली

सीरियल बम धमाकों के बाद श्रीलंका के प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने ट्वीट किया कि हम सामूहिक रूप से इसकी जिम्मेदारी लेते हैं। हमारी सरकार, पुलिस और इंटेलीजेंस एजेंसियां धमाकों को रोकने में नाकाम रही, इसके लिए हम नागरिकों और धमाके के पीड़ितों से माफी मांगते हैं।

पीएम के दावे के महिंदा राजपक्षे ने किया खारिज

इधर, पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने पीएम विक्रमसिंघे के उस दावे को खारिज किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जिन लोगों ने इस्लामिक स्टेट (ISIS) ज्वॉइन करने के लिए राज्य छोड़ा है, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती। राजपक्षे ने कहा कि देश का मौजूदा कानून ऐसे टेरर लिंक से निपटने के लिए काफी है।

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