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संजय सिंंह ने बसपा को बताया भाजपा की B टीम, बोला कि ब्राह्मण सम्मेलन धोखा है

यूपी में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगी आम आदमी पार्टी ने बसपा को भाजपा की बी टीम बताते हुए पार्टी प्रमुख मायावती पर हमला बोला है। राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा बसपा सिर्फ दिखावा कर रही है, जमीन पर ब्राह्मणों की भलाई के लिए कुछ नहीं किया.उन्होंने कहा- अगर बसपा ब्राह्मणों के लिए सोचती तो निर्दोष खुशी दुबे को बचाने के लिए संघर्ष करती, आवाज उठाती लेकिन ऐसा नहीं किया।

राम मंदिर मुद्दे को लेकर बोलते हुए संजय सिंह ने भाजपा को चंदाचोर बताया, कहा- 2 करोड़ की जमीन 5 मिनट बाद ही 18 करोड़ में बेच दी। पेगासस जासूसी मामले पर उन्होंने कहा- सरकार ने अरबों रुपए सिर्फ दूसरों के फोन सुनने में खर्च कर दिया वो भी तब जब लोग ऑक्सीजन की कमी से मर रहे थे।

दरअसल संजय सिंह द्वारा आयोजित सदस्यता अभियान के कार्यक्रम में भाग लेने आए थे. इससे पहले संजय सिंह ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात को लेकर कहा कि वह मुलाकात सिर्फ उन्हें जन्मदिन की बधाई देने के लिए की गई थी। अभी फिलहाल समाजवादी पार्टी से गठबंधन को लेकर कोई बात नहीं हुई है अगर भविष्य में ऐसा कुछ होता है तो उसकी जानकारी जरूर दी जाएगी. संजय सिंह ने बिकरु कांड में मुख्य आरोपी विकास दुबे के शूटर अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे के मुद्दे को भी उठाया और कहा कि खुशी दुबे का मामला अब बहुजन समाज पार्टी उठा रही है, जबकि आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे को काफी पहले उठाया था और इसे लेकर एक चिट्ठी भी लिखी थी।

उन्होंने कहा कि खुशी दुबे का क्या अपराध है यह सरकार बताए। संजय सिंह ने कहा कि कानपुर के बिकरु कांड से केवल तीन दिन पहले ही खुशी दुबे की शादी हुई थी। लेकिन प्रतिशोध और नफरत की राजनीति के चलते उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक जाति विशेष को निशाना बनाया और प्रदेश में अब तक 500 से ज्यादा ब्राह्मणों को के खिलाफ गलत कार्रवाई की है।

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सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बिकरु कांड में चार महिलाओं और एक छोटे बच्चे को लगभग एक साल से जेल में रखा है, जबकि उनका उस केस की एफआईआर में पहले कहीं नाम ही नहीं था। आप सासंद ने सरकार से सवाल किया कि जिस छोटे बच्चे को उसकी मां के साथ सरकार ने बंद किया है। वह बड़ा होकर क्या सवाल करेगा कि आखिर उसे किस गुनाह की सजा के तौर पर उसकी मां के साथ अंदर रखा गया था।

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