विनायक कुलाश्री
दीनदयाल उपाध्याय के पैतृक ग्राम नगला चन्द्रभान में चल रहे प्रकल्पों के संरक्षक, संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं अटल जी के अनन्य सहयोगी रहे, नवीन मित्तल कल देर रात देहरादून पहुंच चुके हैं।
एक प्रसिद्ध मठ में पंडित जी के प्रपौत्र चन्द्रशेखर भुवनेश्वर उपाध्याय ( Chandrashekhar Upadhyay) के साथ उनकी गहन और लंबी वार्ता हुई है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बैठक का निष्कर्ष क्या रहा है? लेकिन ये माना जा रहा है कि इस खास ‘मीटिंग का एजेंडा’ मुख्यमंत्री पद को लेकर था। श्री मित्तल ने अपना रिपोर्ट कार्ड संघ के शीर्ष अधिकारियों को आधे घंटे पहले प्रेषित कर दिया है।
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यहां एक पेंच यह भी है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की दहकती चिता के सामने उनके परिजनों ने उस समय के संघ प्रमुख रहे गुरु गोलवलकर एवं नाना देशमुख के समक्ष एक प्रतिज्ञा की थी।
जिसके अनुसार उनके परिवार का कोई भी सदस्य संघ की राजनीतिक शाखा में नहीं जाएगा। इसलिए यही अनुमान लगाया जा रहा है कि श्री मित्तल ने चंद्रशेखर उपाध्याय ( Chandrashekhar Upadhyay) से इसी बिंदु पर अहम और गहन चर्चा की है।