श्रीगंगानगर: अमरनाथ (Amarnath) गुफा के पास शुक्रवार देर शाम बादल फटने से राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के 2 लोगों की मौत हो गई है। जिले के रहने वाले रिटायर्ड पुलिस अधिकारी सुशील खत्री और उनकी समधन सुनीता वधवा इस त्रासदी में खत्म हो गई हैं। इसके साथ ही उनके जत्थे में शामिल अन्य लोग अभी लापता हो गए हैं। श्रीगंगानगर जिले से गए श्रद्धालुओं में से 2 लोगों की मौत की पुष्टि जिला प्रशासन ने की है।
आपको बता दें कि जय भोले महादेव ग्रुप में करीब डेढ़ दर्जन लोगों का जत्था अमरनाथ यात्रा के लिए श्रीगंगानगर से 4 जुलाई की शाम को रवाना हुआ था। श्रीगंगानगर जिले के कपड़ा व्यापारी और उनके परिजन भी जत्थे में शामिल था, साथ ही रिटायर्ड पुलिस अधिकारी सुशील खत्री और उनकी समधन सुनीता वधवा व उनके रिश्तेदार और परिवार के लोग शामिल थे। वैसे तो अभी तक कपड़ा व्यापारी सहित उनके परिवार के लोगों की कोई जानकारी नहीं मिली और वे लापता हैं।
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जय भोले महादेव ग्रुप के जत्थे में शामिल नवनीत भटेजा ने बताया कि शुक्रवार देर शाम बादल फटने से पानी और पत्थरों के सैलाब आ गया। 10 मिनट के अंदर ही इस सैलाब ने सब कुछ तहस नहस कर दिया। श्रीगंगानगर के श्रद्धालुओं का टेंट भी बह गया। अचानक से सैलाब आने के दौरान सुशील खत्री ने अपनी जान की परवाह न करते हुए अनेक लोगों की जान बचाई, लेकिन सुधीर खत्री खुद अमरनाथ त्रासदी का शिकार हो गए।
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