नई दिल्ली । देश की संसद में सोमवार को महाराष्ट्र में 100 करोड़ की वसूली का मुद्दा गूंजा। संसद के दोनों सदनों में महाराष्ट्र को लेकर जमकर हंगामा हुआ। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यसभा में इस मुद्दे (Anil Deshmukh Case) को उठाया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री वसूली कर रहे हैं और यह सारा देश देख रहा है। हंगामा बढ़ने के बाद राज्यसभा को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
लोकसभा में भी इस मुद्दे(Anil Deshmukh Case) पर जमकर बवाल हुआ। भारतीय जनता पार्टी के सांसद राकेश सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए और केंद्रीय एजेंसियों को इस मामले की जांच करनी चाहिए।
राकेश सिंह ने संसद में कहा कि ये पहली बार है, जब किसी पुलिस अधिकारी के समर्थन में मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उसी पुलिस अधिकारी को सौ करोड़ रुपये वसूलने का टारगेट दिया गया था। लोकसभा में शिवसेना के विनायक राउत ने पलटवार करते हुए कहा कि महाराष्ट्र की सरकार को गिराने की कोशिश लंबे वक्त से चल रही है। परमबीर सिंह के खिलाफ आरोप लगे हैं, जिसकी जांच हो रही है।
राष्ट्रपति शासन की मांग
भाजपा महाराष्ट्र मुद्दे (Anil Deshmukh Case) को जमकर उछाल रही है। लोकसभा सांसद पूनम महाजन ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की।
परमबीर सिंह ने संभाला कामकाज
महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल मचाने वाले मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने सोमवार सुबह अपने नए दफ्तर में पहुंचकर कामकाज संभाल लिया। परमबीर सिंह को अब डीजी होमगार्ड का कामकाज सौंपा गया है। हालांकि, इस दौरान उन्होंने कोई सवाल नहीं लिया और मीडिया के सवालों पर चुप्पी साधे रहे।