नई दिल्ली। देशभर में इस बार मॉनसून के दौरान रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई। रविवार से शुरू हुई बेमौसम बारिश कई राज्यों में किसानों के लिए भारी बारिश आफत बनकर सामने आई। जिसमें किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई, जिसकी वजह से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा है। उत्तर-पूर्व भारत समेत देश के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से मौसम ने फिर करवट ली और बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं।
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के विदर्भ समेत कई राज्यों में पिछले तीन दिनों से बारिश अपना कहर दिखा रही है। इस दौरान सोयाबीन की फसल को भारी नुकसान हुआ है। जिन किसानों ने कटाई कर फसल को सूखने के लिए खेतों में डाल रखा था उन्हें तो नुकसान हुआ ही है। साथ ही अभी तक खेतों में खड़ी फसलों को भी भारी हानि पहुंची है। आपको बता दें मध्य प्रदेश और विदर्भ में किसान भारी पैमाने पर सोयाबीन की खेती करते हैं। ऐसे में इन किसानों के लिए बारिश एक आफत बनकर सामने आई है।
वहीं यूपी में रविवार से शुरू हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की छह महीने की मेहनत पर पानी फेर दिया है। यह बारिश धान किसानों के लिए मुसीबत बन गई है। झमाझम बारिश से खेतों में कटी पड़ी धान की फसल में पानी भर गया। जबकि तेज हवा चलने के कारण खड़ी फसल जमीन पर बिछ गई है। इसके अलावा सरसों को भी नुकसान हुआ है। क्योंकि सरसों की वर्तमान में बुवाई चल रही है और बारिश की वजह से किसानों का बीज खराब हो गया है।
यूपी के कई जिलों में शुरू हुई बारिश ने गर्मी से तो लोगों को राहत दी, लेकिन किसानों पर आफत बनकर टूटी। पश्चिम यूपी के कई जिलों में रविवार से हो रही बारिश में सैकड़ों बीघे धान और बाजरे की फसल पानी में डूब गई। तेज बारिश ने धान, बाजरा की फसल सहित बोबनी के खेतों को चौपट कर दिया है। हाल ही बोई गई चना, मटर, सरसों की फसले भी बर्बाद होने की कगार पर हैं। ग्वालियर अंचल के डबरा, भितरवार, पिछोर, बिलौआ, चीनोर, छिमक में बारिश के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ है। जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं।
इससे पहले अगस्त सितंबर की बारिश और बाढ़ से भी महाराष्ट्र सहित उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड के किसानों को भारी नुकसान हुआ था. उस दौरान खरीफ के साथ-साथ किसानों को गन्ने, केले, मेंथा,धनिया, पपिता की फसलें आंधी-पानी से बर्बाद हो गई थी. अभी भी इन राज्यों के सैंकड़ों किसान सरकार बर्बाद हो चुके फसल पर सरकार से मदद यानी मुआवजे की आस लगाए बैठे हैं।
यूपी सरकार किसानों को देगी मुआवजा
यूपी सरकार ने बारिश और बाढ़ के कारण करीब 2 लाख किसानों की फसल को हुए नुकसान का मुआवजा देने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को बारिश के कारण धान और गन्ना जैसी फसलों को हुए नुकसान का आवश्यक आकलन करने का निर्देश दिया है।
प्रदेश में करीब 2 लाख किसान ऐसे हैं, जिनकी फसल राज्य में अत्यधिक बारिश और बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गई है। उन्होंने कहा कि राजस्व एवं कृषि विभागों के सर्वे के बाद किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक, जिस भी किसान की फसल खराब हुई है, उन्हें जल्द से जल्द नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। राजस्व और कृषि विभाग आपस में समन्वय बनाकर इस काम को प्राथमिकता से पूरा करें।
68 करोड़ से की जाएगी भरपाई
यूपी सरकार बारिश प्रभावित क्षेत्रों में सभी आवश्यक राहत और पुनर्वास के उपाय कर रही है। नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को 68 करोड़ रुपये दिये जाएंगे। गौरतलब है कि पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश में धान और गन्ने की फसल बर्बाद हो गई थी। इसलिए योगी सरकार ने प्रभावित किसानों को मुआवजा देने का फैसला लिया है।