Site icon News Ganj

पुलिसकर्मियों पर बरसी प्रियंका गांधी, कहा- ‘छूकर दिखाओ मुझे, पहले वॉरंट लेकर आओ तब रोकना’

सीतापुर। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जा रहीं प्रियंका गांधी को सोमवार सुबह यूपी पुलिस ने सीतापुर में हिरासत में ले लिया। इस दौरान प्रियंका गांधी और पुलिसवालों के बीच लंबी कहासुनी भी हुई। प्रियंका गांधी ने पुलिसवालों को कहा कि वह सभी कानून जानती हैं और पुलिस उन्हें ऐसे ही बिना वारंट के नहीं पकड़ सकती।

प्रियंका ने उन्हें रोकने वाले पुलिस अफसर सी ओ बिसवां यादवेंद्र यादव व महिला दरोगा मधु यादव से बहस की। उनपर जबरन घसीटने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा महिला से बात करना सीखो।

बता दें कि लखीमपुर खीरी पहुंचने से पहले ही अब प्रियंका गांधी को सुबह लगभग 5:30 बजे हरगांव थाना क्षेत्र इलाके में हिरासत में ले लिया गया। रात 12:00 से लेकर सुबह 5:30 तक प्रियंका और प्रशासन में लुका-छुपी का खेल चला था। प्रियंका को फिलहाल पुलिसवाले सेकंड बटालियन गेस्ट हाउस में ले गए हैं।

जानकारी के मुताबिक प्रियंका सुबह 4 बजे के करीब लखीमपुर खीरी की सरहद पर पहुंचीं थीं। इस दौरान प्रियंका गांधी पुलिसकर्मियों पर बरसती हुई नजर आईं। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। दरअसल प्रियंका गांधी कांग्रेसी नेता और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा के साथ लखीमपुर जाना चाह रही थीं। लेकिन प्रशासन ने उन्हें जाने नहीं दिया। आरोप है कि पुलिसवालों ने उन्हें रोकने के दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की भी की। इसी को लेकर प्रियंका गांधी ने पुलिसकर्मियों को खूब सुनाया है।

प्रियंका ने पुलिसकर्मियों को लगाई फटकार

प्रियंका गांधी ने पुलिसकर्मियों से कहा जिस तरह आपने मुझे धक्का मारा, जबरन ले जाने की कोशिश की वो फिजिकल असॉल्ट, किडनैप की कोशिश, किडनैप की धाराओं में आता है। मैं सब समझती हूं, छूकर दिखाओ मुझे। जाकर अपने अफसरों से, मंत्रियों ने वारंट लाओ, ऑर्डर लाओ। प्रियंका आगे कहती हैं, अरेस्ट के लिए महिलाओं को आगे मत करो। महिलाओं से बात करना सीखो।

प्रियंका गांधी ने कहा कि, ‘छूकर देखो मुझे, तुम्हारे प्रदेश में नहीं होगा, लेकिन कानून है इस देश में। हमें हिरासत में लेना है तो लो, लेकिन इस तरह जबरदस्ती के साथ नहीं। प्रियंका ने आगे कहा कि ‘मुझे वारंट दिखाओ, अगर आपके पास नहीं है तो कोई हक नहीं है हमें रोकने का। क्या समझ रखा है, लोगों को मार सकते हो, किसानों को कुचल सकते हो, तो समझ रखा है कि हमें भी रोक लोगे।

 

Exit mobile version