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PM मोदी देखेंगे अयोध्या के विकास का विजन डॉक्यूमेंट, CM योगी करेंगे पेश

modi yogi with ayodhya

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अयोध्या। धार्मिक नगरी अयोध्या (Ayodhya) में मंदिर निर्माण के साथ इस आध्यात्मिक नगरी के सौंदर्यीकरण और विकास के लिए बनाए जा रहे विजन डॉक्यूमेंट का स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अवलोकन करेंगे। पीएम मोदी द्वारा डॉक्यूमेंट देखने के बाद ही इन योजनाओं पर जमीनी तौर पर काम शुरू होगा। इसकी पुष्टि नगर आयुक्त विशाल सिंह ने की है। सिंह ने बताया कि 25 मार्च को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विजन डॉक्यूमेंट का निरीक्षण करेंगे, जिसके बाद विकास से संबंधित सभी योजनाओं को रफ्तार मिलेगी।

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कनाडा की कंसलटेंसी कंपनी ली एसोसिएट दो अन्य कंपनियों के सहयोग से अयोध्या(Ayodhya) का विजन डॉक्यूमेंट तैयार कर रही है। उसका प्रजेंटेशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने किया जाएगा। इसके लिए 25 मार्च की तरीख तय है। इसके पीछे प्रधानमंत्री की रामनगरी की विकास योजनाओं में सीधी दिलचस्पी है।

सीएम योगी पीएम मोदी के सामने पेश करेंगे अयोध्या का विजन डॉक्यूमेंट

विशाल सिंह ने बताया कि 25 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या(Ayodhya) का विजन डॉक्यूमेंट दिखाएंगे। जिसके बाद अयोध्या(Ayodhya) के समग्र विकास पर कार्य प्रारंभ हो जाएगा।

विशाल सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशन में तीनों कंपनियों ने विकास की संभावनाओं को तलाशना शुरू कर दिया है। अयोध्या का विकास कैसे हो इस पर तीनों कंपनियां संभावनाएं तलाश रही है। प्रधानमंत्री मोदी की राम नगरी के विकास योजनाओ में सीधी दिलचस्पी है। इसलिए इन योजनाओं पर बेहद गहन मंथन के साथ प्लान तैयार किया जा रहा है।

वैदिक रामायण सिटी को भी प्लान में किया जाएगा शामिल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या(Ayodhya) को विश्व की सर्वाधिक सुंदर और सुविधा युक्त नगरी के रूप में विकसित करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री की इस इच्छा का बराबर वास्ता भी देते रहते हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजन डॉक्यूमेंट की तैयारी को लेकर 23 फरवरी को लखनऊ में आला अधिकारियों के साथ बैठक भी की थी , जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया था कि अयोध्या को विश्वस्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में स्थापित किया जाना है। इस दौरान उन्होंने दोहराया कि अयोध्या के समग्र विकास में देश के विभिन्न राज्यों के अतिथि गृह और वैदिक रामायण सिटी का प्रावधान भी रखा जाए।

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