बिहार चुनाव से पहले मोतिहारी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कहा- ये नया भारत है जो मां भारती के सपूतों का बदला लेने के लिए धरती आसमान एक कर देता है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पूरी दुनिया देख रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरजेडी को अपने निशाने पर लेते हुए कहा- वो लालटेन के दौर वाला बिहार था, ये नई रोशनी की उम्मीदों वाला बिहार है। हमारा संकल्प है कि बिहार को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त करके रहेंगे। उन्होंने कहा- कांग्रेस सरकार ने देश के 110 जिलों को पिछड़ा बनाकर छोड़ दिया था, उन जिलों को आकांक्षी जिला बनाया है। हमारी सरकार ने सबसे पिछड़ों के लिए जन-धन योजना शुरू की। पीएम बोले- जो पिछड़ा है, वो हमारी प्राथमिकता है। मोदी ने आगे कहा- पीएम धन- धान्य योजना के तहत देश भर के 100 सबसे पिछड़े जिलों को आगे लाने के लिए काम होगा। किसानों को उन्नत तकनीक से जोड़ा जाएगा। जिससे उनकी आय बढ़ेगी।
मैंने बदला लेने वाली राजनीति खत्म कर दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मोतिहारी से अपने संबोधन में कहा कि आपने मुझे देश की जिम्मेदारी सौंपी और मैनें इस देश से बदला लेने वाली राजनीति को खत्म कर दिया। मोदी ने कहा कि चंपारण की धरती ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आंदोलन को नई दिशा दी और अब यह धरती देश को तरक्की का रास्ता दिखाएगी। उन्होंने कहा मोतिहारी से हजारों करोड़ की परियोजनाओं का लोर्कापण और शिलान्यास कर खुश हूं। जैसा पश्चिम भारत में मुंबई है वैसा ही मोतिहारी भी होगा। इसके लिए हमें बिहार को विकसित बिहार बनाना है। यह इसलिए संभव होगा कि दिल्ली और बिहार में बिहार के लिए काम करने वाली सरकार है। पीएम मोदी ने अपना संबोधन सावन से शुरू किया है और बोले कि इस पावन अवसर पर हम बाबा सोमेश्वर की शरण में हैं। उन्होंने बिहार वासियों की सुख और चैन की कामना भी की।
आप ने इस धरती राजद और कांग्रेस की बेड़ियों से मुक्त कर दिया
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा- कांग्रेस और राजद यही सोचते रहते थे कि कैसे गरीब के हक का पैसा लूट लें लेकिन बिहार असंभव को भी संभव बनाने वाले लोगों की धरती है, आप लोगों ने इस धरती को राजद और कांग्रेस की बेड़ियों से मुक्त कर दिया। इसी का परिणाम है कि आज गरीबों के कल्याण की योजनाएं गरीबों तक पहुंच रही है। पिछले 11 सालों में गरीबों के लिए 4 करोड़ से ज्यादा घर बनाए गए हैं। इनमें से करीब 60 लाख घर अकेले बिहार में गरीबों के लिए बनाए गए हैं। यानी दुनिया में नॉर्व – न्यूजीलैंड और सिंगापुर जैसे देशों की जो आबादी है, उससे ज्यादा आबादी को हमने अकेले बिहार में पक्के घर दिए हैं। अकेले मोतिहारी में 3 लाख के करीब गरीबों को पक्के घर मिले हैं।
मंच पर पहुंचने से पहले किया रोड शो
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मोतिहारी पहुंचकर रोड शो किया। मंच पर सीएम नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी ने पीएम मोदी का अपने वक्तव्य से स्वागत किया। सभा को संबोधित करने से पहले रिमोट के जरिए बिहार को योजनाओं की सौगात दी। पीएम ने राज्य के विकास के लिए 7217 करोड़ रुपये की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया।। बता दें कि यह उनका डेढ़ महीने में तीसरा बिहार दौरा है। मोतिहारी के बाद पीएम मोदी दोपहर 3 बजे पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर पहुंचेंगे। यहां वे रेल, सड़क, ग्रामीण विकास, मत्स्य पालन, इलेक्ट्रॉनिक्स और IT सेक्टर से जुड़ी ₹5,000 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री बांकुरा और पुरुलिया में ₹1,950 करोड़ की लागत वाली BPCL सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन परियोजना की आधारशिला रखेंगे।
अमृत भारत ट्रेनों का शुभारंभ
प्रधानमंत्री (PM Modi) ने मोतिहारी से वर्चुअल तरीके से चार नई अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इनमें पटना (राजेंद्र नगर) से नई दिल्ली, मोतिहारी से दिल्ली (आनंद विहार), दरभंगा से लखनऊ (गोमती नगर) और मालदा से भागलपुर होकर लखनऊ जाने वाली ट्रेनें शामिल हैं। यह परियोजना उत्तर बिहार के रेलवे कनेक्टिविटी को मजबूत करेगी।
सड़क और रेल परियोजनाओं का लोकार्पण
इस दौरान प्रधानमंत्री (PM Modi) 820 करोड़ रुपये की लागत वाली NH-319 के परारिया-मोहनियां 4-लेन खंड का उद्घाटन किया। साथ ही, आरा बायपास की आधारशिला रखी , जो NH-319 और NH-922 को जोड़ेगा। इसके अलावा, 4080 करोड़ रुपये की दरभंगा-नरकटियागंज रेल लाइन दोहरीकरण परियोजना का शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री (PM Modi) दरभंगा में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (STPI) और पटना में अत्याधुनिक इनक्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन भी किया। करेंगे। साथ ही, दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत 61,500 स्वयं सहायता समूहों को 400 करोड़ रुपये जारी किए। PMAY-Gramin के 40,000 लाभार्थियों को 160 करोड़ रुपये और 12,000 लोगों को घरों की चाबियां सौंपी। बीते 1.5 महीने में यह पीएम मोदी (PM Modi) का तीसरा बिहार दौरा है, जिसमें उन्होंने सीवान (20 जून) और बिक्रमगंज (30 मई) में रैलियां की थीं। मोतिहारी की सभा में उत्तर बिहार के कई जिलों से लोगों ने भाग लिया, जहां 10,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया।