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पीएम मोदी ने देश को समर्पित की 7 नई रक्षा कंपनियां, कहा- भारत की सैन्य ताकत का बनेंगी आधार

नई दिल्लीविजयदशमी के मौके पीएम नरेंद्र मोदी ने आज नई सात सरकारी रक्षा कंपनियां राष्ट्र को समर्पित की। रक्षा मंत्रालय की ओर से आयोजित समारोह में पीएम मोदी वर्चुअली शामिल हुए। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा उद्योग संघों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। सरकार ने देश की रक्षा तैयारियों में आत्मनिर्भरता में सुधार के कदम के तहत आयुध निर्माणी बोर्ड को एक विभाग से सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाले सात निगमों में बदलने का निर्णय किया है। जिसके तहत आज पीएम मोदी ने इन्हें देश को समर्पित किया है।

सात नई रक्षा कंपनियों की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत नए भविष्य के निर्माण के लिए नए संकल्प ले रहा है। उन्होंने कहा कि यह शुभ संकेत हैं कि विजयादशमी के दिन यह कार्यक्रम हो रहा है। शस्त्र पूजन से इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई। भारत शक्ति को ही सृजन का माध्यम मानता है। उन्होंने कहा कि आज के दिन ही पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम साहब की जयंती भी है। कलाम साहब ने जिस तरह अपने जीवन को शक्तिशाली भारत के निर्माण के लिए समर्पित किया, वो हम सबके लिए प्रेरणा देने वाला है।

सात नई कंपनियां  देश की संकल्प यात्रा का हिस्सा
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने अपनी आजादी के 75वर्षों में प्रवेश किया है। जो काम दशकों से अटके थे देश उन्हें पूरा कर रहा है। सात नई कंपनियों की शुरुआत देश की संकल्प यात्रा का हिस्सा है। यह निर्णय पिछले 15-20 साल से अटका हुआ था। मुझे भरोसा है सातों कंपनियां आने वाले समय में भारत की सैन्य ताकत का आधार बनेंगी।

दुनिया ने देखा भारत का दम-खम
प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व युद्ध के समय भारत की ऑर्डिनेन्स फैक्ट्रियों का दम-खम पूरी दुनिया ने देखा है। हमारे पास बेहतर संसाधन होते थे, वर्ल्ड क्लास स्किल होता था।  आजादी के बाद इन फैक्ट्रियों को अपडेट करने की जरूरत थी, इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। समय के साथ भारत सामरिक जरूरतों के लिए विदेशों पर निर्भर हो गया। इन परिस्थितियों से परिवर्तन लाने में ये कंपनियां भूमिका निभाएंगी।

भारत को बड़ी सैन्य ताकत बनाना देश का लक्ष्य

आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत देश का लक्ष्य भारत को अपने दम पर दुनिया की बड़ी सैन्य ताकत बनाने का है, भारत में आधुनिक सैन्य इंडस्ट्री के विकास का लक्ष्य है। पिछले सात वर्षों में देश ने ‘मेक इन इंडिया’ के मंत्र के साथ अपने इस संकल्प को आगे बढ़ाने का काम किया है। आजादी के बाद पहली बार हमारे डिफेंस सेक्टर में इतने बड़े रिफॉर्म हो रहे हैं। इसके लिए सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था की गई है।

देश में ही बनेंगे पिस्टल से लेकर फाइटर प्लेन
पीएम ने कहा कि कुछ समय पहले ही रक्षा मंत्रालय ने ऐसे 100 से ज्यादा सामरिक उपकरणों की लिस्ट जारी की थी जिन्हें अब बाहर से आयात नहीं किया जाएगा। भारतीय सेना को मजबूती देने के लिए देश की सात रक्षा कंपनियां सैनिकों के लिए पिस्टल से लेकर फाइटर प्लेन बनाएंगी। इन कंपनियों को तीनों सेनाओं और अर्धसैनिक बलों से 65 हजार करोड़ रुपये के ऑर्डर मिले हैं। ये हमारी डिफेंस इंडस्ट्री में देश के विश्वास को दिखाता है।

ये सात नई रक्षा कंपनियां देश को की गई समर्पित

जिन सात नई रक्षा कंपनियों को शामिल किया गया है, उनमें मुनिशन्स इंडिया लिमिटेड (MIL), बख्तरबंद वाहन निगम लिमिटेड (अवनी), एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यूई इंडिया), ट्रूप कम्फर्ट्स लिमिटेड (टीसीएल), यंत्र इंडिया लिमिटेड (YIL), इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड (आईओएल) और ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड (जीआईएल) के नाम शामिल हैं।

 

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