द गार्जियन समेत 16 मीडिया संस्थानों की संयुक्त रिपोर्ट सामने आने के बाद पूरी दुनिया में पेगासस सॉफ्टवेयर से जासूसी का मुद्दा उठ रहा है। इस मामले में फ्रांस सरकार ने बड़ा फैसला लिया। दरअसल, फ्रांस ने पेगासस सॉफ्टवेयर से जासूसी की जांच शुरू करने का आदेश दे दिया है। समाचार एजेंसी AFP के मुताबिक, पेगासस सॉफ्टवेयर मीडिया जासूसी के मामले में जांच शुरू कर दी गई है।
बता दें कि इजरायल के कंपनी के इस सॉफ्टवेयर से भारत में भी 300 सत्यापित मोबाइल नंबरों की जासूसी होने का दावा किया गया है। इनमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रशांत किशोर समेत कई बड़े नेताओं, 40 पत्रकारों, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश और अन्य लोगों के नंबर शामिल थे।
#BREAKING French probe opened into alleged Pegasus media spying: prosecutors pic.twitter.com/qabRIeQQVn
— AFP News Agency (@AFP) July 20, 2021
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अंतरराष्ट्रीय मीडिया कंपनियों द्वारा जो खुलासा किया गया है, उसके मुताबिक Pegasus स्पाइवेयर का इस्तेमाल करके करीब 1000 फ्रांसीसी लोगों को निशाना बनाया गया और उनके फोन टैप किए गए। जानकारी के मुताबिक, मोरक्को की एजेंसी द्वारा Pegasus के जरिए करीब 1000 फ्रैंच लोगों को टारगेट किया गया था। इनमें 30 पत्रकार समेत अन्य मीडियापर्सन शामिल हैं।
जिन पत्रकारों के फोन टैप किए गए उनमें Le Monde, Le Canard Enchaîné, Le Figaro, Agence France-Presse और France Télévisions के पत्रकार भी शामिल हैं। स्थानीय मीडिया के अनुसार, फ्रांस को जो कंपनी इस पूरी जांच में शामिल रही है उससे जुड़े एक पत्रकार का भी फोन हैक किया गया था।