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पेगासस: एनएसओ के पास 40 सरकारें क्लाइंट के रूप में थीं, क्या उसमें भारत सरकार थी- चिदंबरम ने पूछा

पेगासस जासूसी मामले को लेकर संसद में घमासान मचा हुआ है, विपक्षी पार्टियां ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की मौजूदगी में चर्चा की मांग की है। वहीं, सरकार इस मामले को पूरी तरह आधारहीन बता रही है, इस सियासी हंगामे के बीच अब कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। पी चिदबंरम ने ट्वीट करते हुए कहा- एनएसओ ग्रुप के पास क्लाइंट के रूप में 40 सरकारें और 60 एजेंसियां ​​थीं। एक आसान सा सवाल: क्या भारत सरकार, 40 में से एक थी?

उन्होंने कहा कि भारत सरकार के लिए आसान से सवाल का सीधा उत्तर देना इतना मुश्किल क्यों है? नीतीश कुमार ने भी इस मुद्दे पर कहा कि पेगासस मामले पर संसद में चर्चा होनी चाहिए और साथ ही इसकी जांच भी होनी चाहिए।

आपको बता दें कि एनएसओ के लीक डेटाबेस की सूची में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, दो केंद्रीय मंत्री- प्रह्लाद पटेल और अश्विनी वैष्णव, बिजनेसमैन अनिल अंबानी, एक पूर्व सीबीआई चीफ और करीब 40 पत्रकारों के नाम शामिल हैं। हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई पुख्ता रिपोर्ट नहीं है कि इन लोगों के फोन हैक किए गए। वहीं, पेगासस के इस पूरे मामले पर केंद्र सरकार ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए इसे आधारहीन मामला करार दिया है।

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इससे पहले सोमवार को पेगासस के मामले पर विपक्ष को बिहार के सीएम नीतीश कुमार का भी साथ मिला। नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर कहा कि पेगासस मामले पर संसद में चर्चा होनी चाहिए और साथ ही इसकी जांच भी होनी चाहिए, ताकि सच सबके सामने आ सके। नीतीश कुमार से पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी इस मामले की जांच के लिए आयोग का गठन कर चुके हैं।

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