श्रीनगर (उत्तराखंड) । उतराखंड की एक मात्र एनआईटी (NIT) में फिलहाल पीएचडी और पीजी की कक्षाएं ऑफलाइन चल रही हैं, जबकि यूजी में ऑनलाइन मोड पर अध्यापक छात्रों की कक्षाएं ले रहे हैं, लेकिन सितंबर माह से सभी कक्षाओं को ऑफलाइन किए जाने पर विचार किया जा रहा है।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिक संस्थान (एनआईटी) (NIT) उतराखंड ने देश विदेश के 15 संस्थानों के साथ एमओयू साइन किया है। इससे इन संस्थाओं के साथ एनआईटी (NIT) छात्र तकनीकी जानकारी लेंगे और उन संस्थाओं के छात्र या कर्मी एनआईटी उत्तराखंड से तकनीकी ज्ञान को जानेंगे. इन 15 संस्थानों में दो विदेशी संस्थान भी शामिल हैं।
केंद्रीय संस्थानों के छात्रों को मिलेगा ये लाभ
एनआईटी (NIT) के कुलसचिव पीएम काला ने बताया कि एनआईटी ने विभिन्न संस्थानों के साथ एमओयू साइन किये हैं. इसमें से 17 मार्च को गढ़वाल विवि के साथ भी एक एमओयू साइन होना है, जिसमें दोनों केंद्रीय संस्थानों के छात्रों को इसका लाभ मिल सकेगा।
15 देश-विदेश के संस्थानों के साथ एमओयू साइन
- इयोट्वियोस लौरेंड यूनिवर्सिटी, हंगरी
- नेशनल फोरमोसा यूनिवर्सिटी, ताइवान
- आईआईटी रुड़की, उत्तराखंड
- एम्स ऋषिकेश, उत्तराखंड
- आईआईटी दिल्ली
- सेमी कंडक्टर लेबोरेटरी, डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस
- मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जयपुर
- मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम, देहरादून
- इंस्टीट्यूट ऑफ इंफोर्मेटिक एंड कम्युनिकेशन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
- आईआईटी कानपुर
- एनएचएआई
- मित्सुबिशी इलेक्ट्रिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, हरियाणा
- पावरफोरज
- बीएचईएल, हरिद्वार
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