टोक्यो ओलिंपिक में आज भारत का आखिरी दिन है. भारत के पास आज आखिरी दिन भी तीन इवेंट में मेडल लाने का मौका था। भारत के लिए दिन की शुरुआत अच्छी नहीं रही। गोल्फर अदिति अशोक हैरान करते हुए तीन दिन तक मेडल लाने की दावेदारों में बनी हुई थी लेकिन आज आखिरी दिन वह मामूली अंतर से चूक गईं। भारतीय फैंस आज नीरज चोपड़ा से भी ओलिंपिक मेडल की उम्मीद कर रहे होंगे जो कि जैवलिन थ्रो के फाइनल में पहुंच चुके हैं।
पानीपत के गांव खंडरा के नीरज चोपड़ा ने धमाकेदार तरीके से फाइनल में प्रवेश किया था और बाकी खिलाड़ी उनके आसपास भी नहीं दिखे। ऐसे में शनिवार को सभी निगाहें नीरज पर थी। भाला फेंक के मुकाबले में उनके प्रदर्शन के बाद ओलंपिक में स्वर्ण की उम्मीद बढ़ गई थी। नीरज ने भी किसी को निराश नहीं किया। मुकाबले को लेकर उनका परिवार और एथलेक्टिस फेडरेशन उत्साहित था।
नीरज के चाचा भीम चोपड़ा ने बताया कि शनिवार को पूरा परिवार मिलकर नीरज का फाइनल मुकाबला देख रहा था। परिवार ने प्रभु से नीरज की सफलता की प्रार्थना की थी। उन्हें विश्वास था कि नीरज देश का नाम रोशन करके ही लौटेगा। एथलेक्टिक्स फेडरेशन हरियाणा की ओर से गांव खंडरा में शनिवार को 10 बाई 10 फुट की स्क्रीन लगाई गई थी।
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नीरज के घर के सामने ही यह स्क्रीन स्थापित की गई। पूरे खंडरा निवासियों न नीरज का मुकाबला देखा। एथलेटिक्स फेडरेशन हरियाणा के महासचिव राजकुमार मिटान ने बताया कि मुकाबला देखने दूर दराज के लोग गांव खंडरा आए। एथलेटिक्स फेडरेशन हरियाणा के मीडिया प्रभारी सत्यवीर धनखड़ ने बताया कि फेडरेशन की पूरी टीम ने नीरज चोपड़ा से फोन पर बात की थी और उन्हें शनिवार के मुकाबले के लिए शुभकामनाएं दीं थीं।