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नवाब मलिक ने एनसीबी की जांच पर उठाये सवाल- क्रूज पर हुई रेड को बताया फर्जी

मुंबई। शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने ड्रग्स केस में गिरफ्तार किया है। क्रूज ड्रग्स केस में आर्यन खान की गिरफ्तारी पर सियासत गर्म है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनसीबी और बीजेपी पर हमला बोला है।

नवाब मलिक ने क्रूज पर हुई रेड को ही फर्जी बता दिया है। नवाब मलिक ने कहा है कि पूरी रेड फर्जी थी। उन्होंने साथ ही ये भी मांग की है कि समीर वानखेड़े की कॉल डिटेल की भी जांच हो। नवाब मलिक ने ये भी दावा किया कि आर्यन खान के पास कुछ भी नहीं मिला। प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला उसे फंसाने के लिए वहां ले गए। इन दोनों को छोड़ भी दिया गया।

बता दें कि क्रूज ड्रग्स केस में नारकोटिस कंट्रोल ब्यूरो की कार्रवाई को लेकर एनसीपी लगातार सवाल उठा रही है। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने एनसीबी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने रेड के दौरान 8 नहीं बल्कि कुल 11 लोगों को हिरासत में लिया था जबकि 3 लोगों को बाद में छोड़ दिया गया था, जिसमें बीजेपी नेता का एक रिश्तेदार भी था।

नवाब मलिक ने कहा है, एनसीबी ने जिस दिन क्रूज पर छापेमारी की थी उस दिन एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े ने कहा था कि हमने 8 से 10 लोगों को हिरासत में लिया है। एक जवाबदेह अफसर इस तरह फेक स्टेटमेंट कैसे दे सकता है। हिरासत में लिए गए 8 या 10 नहीं बल्कि 11 थे।

पूरी रेड को सुनियोजित बताया

नवाब मलिक ने पूरी रेड को सुनियोजित बताया और कहा कि इसे कुछ लोगों को फंसाने के लिए अंजाम दिया गया। समीर वानखेड़े के कॉल रिकॉर्ड की जांच की जानी चाहिए। हमारा विश्वास है कि ऋषभ सचदेवा के पिता ने उसकी रिहाई के लिए फोन कॉल्स किए गए। नवाब मलिक ने केपी गोस्वामी की ओर से दो पंचनामों में दो अलग-अलग पते लिखवाने को लेकर भी निशाना साधा है।

नवाब मलिक ने कुछ वीडियो जारी करते हुए एनसीबी की जांच पर सवाल उठाये हैं। मलिक ने कहा कि रिषभ सचदेवा को हिरासत में लेने के 2 घंटे के बाद छोड़ा गया। तीन लोगों को साथ में छोड़ा गया। जब सुनवाई चल रही थी तब मजिस्ट्रेट कोर्ट में प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला का नाम रिफलेक्ट हुआ है। इन 2 लोगों के बुलाने पर ही आर्यन खान वहां गए थे।

एनसीबी ने किसके आदेश पर 3 लोगों को छोड़ा

उन्होंने आगे कहा कि एनसीबी से सवाल है कि आपने 1300 लोगों के जहाज पर रेड किया, 12 घंटे रेड चली, 11 लोगों को सलेक्ट करके हिरासत में लिया। एनसीबी को इसकी जानकारी देनी पड़ेगी कि इन 3 लोगों को छोड़ने का आदेश आपको किसने दिया। क्या बीजेपी के दिल्ली  से लेकर महाराष्ट्र के नेताओं ने इनके छोड़ने का आदेश दिया।

एक जांच आयोग का गठन किया जाए
नवाब मलिक ने आगे कहा कि मुंबई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल को इसकी स्वतंत्र जांच करनी चाहिए। मैं मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) को भी लिखूंगा। जरूरत पड़ने पर छापेमारी की जांच के लिए एक जांच आयोग का गठन किया जाना चाहिए।

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