दिल्ली के जंतर मंतर में पिछले दिनों हिन्दू संगठनों ने एक कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें मुसलमानों को लेकर बेहद आपत्तिजनक नारे लगाए गए। इसे लेकर पूरे देश में सियासत गर्म है, पुलिस ने कार्यक्रम के आयोजक सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया है। हिन्दू रक्षा दल के प्रमुख पिंकी चौधरी ने कार्यक्रम की जिम्मेदारी लेते हुए कहा- सबको हमने बुलाया था, किसी ने कोई गलत नारा नहीं लगाया।
एक कार्यक्रम में पिंकी ने ये भी कहा- अगर लड़कों ने कोई गलत नारा लगाया है तो इसके लिए उन्हें माफ कर देना चाहिए। ओवैसी और मौलाना साद से तुलना करते हुए पिंकी ने कहा- कश्मीर ने रेप होता है, केरल में घर जलाए जाते हैं पर वहां कोई नहीं बोलता।
भारत जोड़ो आंदोलन की मीडिया प्रभारी शिप्रा श्रीवास्तव ने कहा कि उन्हें किसी भी तरह के भड़काऊ नारे लगाने की जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि पांच हजार लोग थे और अगर किसी कोने में पांच-छह लोग इस तरह के नारे लगा रहे होंगे तो हम उनसे खुद को अलग करते हैं। पिछले एक सप्ताह में यह तीसरी घटना है जब राजधानी दिल्ली में मुसलमानों के खिलाफ सांप्रदायिक नारे लगाए गए।
शुक्रवार 6 अगस्त को हिंदुत्ववादी समूहों और अन्य संगठनों ने दिल्ली के द्वारका में हज हाउस के निर्माण के खिलाफ एक महापंचायत आयोजित की थी। घटना के वीडियो में प्रदर्शनकारी असंवेदनशील टिप्पणी और हज हाउस बनने पर हिंसा का आह्वान करते हुए नजर आए थे। इस कार्यक्रम में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता भी मौजूद थे। इससे पहले नेशनल दस्तक के पत्रकार के साथ भी कथित तौर पर हिंदुत्ववादी समूहों ने बदसलूकी की।
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पत्रकार ने अपने ट्वीट में वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- “मुझसे डरा धमकाकर “जय श्री राम”बुलवाने की कोशिश की गई। जब मैंने मना किया तो मेरे साथ धक्का मुक्की भी किया गया। आप लोग वीडियो में खुद ही देख लीजिए।”