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देशभर में सजे माता के मंदिर, पीएम मोदी ने दीं शुभकामनाएं

नई दिल्ली शारदीय नवरात्र की शुरुआत आज से हो गई है। आज नवरात्रि का पहला दिन है। देश भर में मां दुर्गा के मंदिरों की सजावट की गई है। सुबह नवरात्र का पहला पूजन मंदिरों में किया गया। इसके साथ ही रामलीला, गरबा और दुर्गा पूजा की भी शुरुआत हो गई है।

नवरात्रि के मौके पर देशभर में माता के मंदिर जगमगा उठे हैं। हालांकि, कोरोना के चलते कुछ सख्ती और पाबंदियां भी हैं। जैसे मुंबई में सार्वजनिक जगहों पर गरबा खेलने की इजाजत नहीं दी गई है। वहीं, गुजरात में गरबा खेलने की इजाजत तो है लेकिन कोविड वैक्सीन की दोनों डोज जरूरी हैं। वैष्णो देवी में माता का मंदिर जगमगा उठा है। अमरावती में माता का दरबार सजा हुआ है। अयोध्या में रामलीला की शुरुआत हो गई है।

पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि नवरात्रि का त्योहार सभी के जीवन में शक्ति, अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि लेकर आए।

नवरात्रि के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने दो ट्वीट किए हैं। एक ट्वीट में उन्होंने अपनी पुरानी तस्वीर शेयर की है। इसे शेयर करते हुए लिखा, सभी को नवरात्रि की बधाई। आने वाले दिन जगत जननी मां की पूजा को समर्पित करने वाले हैं। नवरात्रि सभी के जीवन में शक्ति, अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि लाए।

अमित शाह ने भी दीं शुभकामनाएं

गृहमंत्री अमित शाह ने भी देशवासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा कि मां दुर्गा सभी की मनोकामनाएं पूरी करके सबसे जीवन में सुख, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद दें।

इस बार 8 दिन की नवरात्रि

अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 7 अक्टूबर 2021 दिन गुरुवार से शारदीय नवरात्रि शुरू हो रहे हैं। इस साल दो तिथियां एक साथ पड़ने की वजह से नवरात्र आठ दिन के हैं। दुर्गा मां का ये पवित्र पर्व 14 अक्टूबर को महानवमी को समाप्त होगा। वहीं, 15 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा।

मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा 

बता दें कि नवरात्रों में नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, शारदीय नवरात्रि अश्विन के चंद्र महीने में मनाई जाती है। शरद ऋतु के दौरान मनाई जाने वाली शारदीय नवरात्रि सबसे प्रतीक्षित नवरात्रि में से एक है। यह त्योहार पूरे देश में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। अगले नौ दिनों में, भक्त देवी दुर्गा की पूजा करते हैं और उपवास रखते हैं।

बुराई पर अच्छाई की जीत

गौरतलब है कि इस अवसर को देवी दुर्गा की राक्षस महिषासुर पर जीत का प्रतीक भी माना जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत कहलाती है। शरद नवरात्रि के 10वें दिन को दशहरा या विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है।

मान्यता है कि मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा करने पर मां प्रसन्न होकर भक्तों को आर्शीवाद देती हैं। आज पहले दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाती है। मां शैलपुत्री को सौभाग्य की देवी भी कहा जाता है। बता दें कि मांग दुर्गा ने पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री के रूप में जन्म लिया था। माता शैलपुत्री का जन्म शैल या पत्थर पर हुआ था इसलिए उन्हें शैलपुत्री नाम दिया गया है।

 

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