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मोदी सरकार नहीं चाहती उनकी पोल खुले इसलिए नहीं कर रही असल मुद्दों पर चर्चा- मल्लिकार्जुन खड़गे

संसद का मॉनसून सत्र बार-बार स्थगित हो रहा, पेगासस जासूसी विवाद का मामला शांत होता नजर नहीं आ रहा, विपक्ष ने आज भी यह मुद्दा उठाया। पेगासस मुद्दे पर हंगामे के बीच लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित रही, विपक्ष का कहना है कि सरकार चर्चा नहीं चाहती। कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा की सत्र न चलने के लिए सरकार जिम्मेदार है, सरकार चाहती है बस ऐसे ही बिल पास होजाए और महंगाई, कोविड, राफेल, पेगासस, तेल के दाम जैसे मुद्दे पीछे रह जाएं।

उन्होंने आगे कहा कि अगर पेगासस पर चर्चा हो गई तो सरकार की हकीकत सामने आ जाएगी, इसीलिए वो नहीं चाहते कि इस मसले पर चर्चा होविपक्ष ने जासूसी मुद्दे पर राज्यसभा में निलंबन और लोकसभा में स्थगन का नोटिस भी दिया, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक भी की है।

खड़गे ने संसद भवन के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “हमें पता कि इजरायल सरकार ने एनएसओ (पेगासस बनाने वाली) कंपनी पर छापा मारा।  छापा मारने के बाद एनएसओ की तरफ से एक बयान आया कि जिस भी देश या लोगों ने इस कंपनी की ओर से पेगासस सॉफ्टवेयर का गलत इस्तेमाल किया है, उन सभी को स्थगित किया जाए। ये उन्होंने आदेश दिया है। ”

उन्होंने कहा कि हमारे देश में जासूसी, खासकर 2019 से अब तक चल रही है. उन्होंने कहा कि इसका एक स्पष्ट उदाहरण देना चाहता हूं, “नवंबर में जब राज्यसभा में हमारे वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह जी ने मामला उठाया थ। उस वक्त के आईटी मिनिस्टर ने ये कहा कि ये सब झूठ है, ऐसा कुछ नहीं है।  फिर इनके जोर देने के बाद उन्होंने ये कहा कि 121 लोगों के नाम आए हैं, जो समय आने पर हम बताएंगे. तो इसका मतलब कि तब से जासूसी चल रही है। ”

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खड़गे ने कहा कि अगर आप दूसरे देश के लोगों को यहां की जासूसी करने देंगे, तो देश क्या सुरक्षित रहेगा? उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि पार्लियामेंट में इस पर चर्चा हो और सब सच सामने आए।  उन्होंने कहा, “हम ये चाहते हैं कि इस पर सदन में पूरी चर्चा हो।  बार-बार हम पर इल्जाम लगाया जा रहा है कि हम सदन में व्यवधान डाल रहे हैं, काम होने नहीं दे रहे हैं, चर्चा होने नहीं दे रहे हैं और बिल पास होने नहीं दे रहे हैं।  ये सब सत्य से दूर हैं। हम चर्चा के लिए तैयार हैं।  हमने चर्चा की कोशिश की है, तब भी वो मानने वाले नहीं हैं, क्योंकि इसमें उनका झूठ पकड़ा गया है। ”

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