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केजीएमयू : डॉ. सूर्यकान्त को निशान-उर्दू अवार्ड से किया गया सम्मानित

डॉ. सूर्यकान्त को निशान-उर्दू अवार्ड से सम्मानित

डॉ. सूर्यकान्त को निशान-उर्दू अवार्ड से सम्मानित

लखनऊ। किंग जार्ज मेडिकल चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के प्रोफेसर डॉ सूर्यकान्त को ‘निशान-ए-उर्दू अवार्ड ‘ से सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड डॉ. सूर्यकान्त को उत्तर प्रदेश उर्दू एकेडमी व इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन रिसोर्स रिसर्च और डेवलपमेन्ट के द्वारा प्रदान किया गया है। डॉ. सूर्यकान्त को यह अलंकरण चिकित्सा स्वास्थ्य एवं शोध में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए प्रदान किया गया।

डॉ. सूर्यकान्त इण्डियन काॅलेज ऑफ एलर्जी, अस्थमा एण्ड एप्लाइड इम्यूनोलाॅजी के हैं राष्ट्रीय अध्यक्ष

गौरतलब है कि डॉ. सूर्यकान्त विगत दो दशकों से अधिक समय से एलर्जी,अस्थमा, सी.ओ.पी.डी.,टीबी, फेफड़े का कैंसर, वायु प्रदूषण रोग जनित और अन्य सम्बन्धित चेस्ट रोगों पर शोध कार्य और चिकित्सकीय कार्य कर रहें है। डॉ. सूर्यकान्त इण्डियन काॅलेज ऑफ एलर्जी, अस्थमा एण्ड एप्लाइड इम्यूनोलाॅजी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। इसके साथ ही चेस्ट रोगों के विशेषज्ञों की राष्ट्रीय संस्थाओं इंडियन कालेज ऑफ एलर्जी, अस्थमा एण्ड एप्लाइड इम्यूनोलाॅजी एवं नेशनल काॅलेज ऑफ चेस्ट फिजीशियन (एनसीसीपी) के भी राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।

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चिकित्सा विज्ञान सम्बंधित विषयों पर  लिख चुके हैं 16 किताबें 

पूर्व में डॉ. सूर्यकान्त इण्डियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन के मेडिकल साइंस प्रभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष और इण्डियन चेस्ट सोसाइटी के अध्यक्ष भी रह चुके है। वे उत्तर प्रदेश ट्यूबरकुलोसिस स्टेट टास्क फोर्स, के चेयरमैन पद पर भी कार्यरत है। इसके अलावा वे चिकित्सा विज्ञान सम्बंधित विषयों पर 16 किताबें भी लिख चुके है, इसके अलावा एलर्जी, अस्थमा के क्षेत्र में उनके अनेक शोध पत्र राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय जरनल्स में प्रकाशित हो चुके है। वे पिछले दो दशक से अधिक समय से अपने लेखों आदि के माध्यम से एलर्जी,अस्थमा से बचाव व उपचार के बारे में जागरूकता फैला रहे है।

डॉ. सूर्यकान्त का अब तक यह 122 वां सम्मान

डॉ. सूर्यकान्त को पहले भी अमेरिकन काॅलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन, ट्यूबरकुलोसिस एसोसिएशन ऑफ इण्डिया, इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन, इण्डियन चेस्ट सोसाइटी, नेशनल कालेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन आदि संस्थाओं द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें राज्य सरकार द्वारा विज्ञान गौरव अवार्ड (विज्ञान के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का सर्वोच्च पुरस्कार) और राज्य हिन्दी संस्थान द्वारा विश्वविद्यालय स्तरीय हिन्दी सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है। डॉ. सूर्यकान्त का अब तक यह 122 वां सम्मान है।

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