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किसान महापंचायत में केजरीवाल ने कहा, किसानों के लिए डेथ वारंट हैं ये तीनों कृषि कानून

arvind jejariwal in meeruth kisan panchayat

arvind jejariwal in meeruth kisan panchayat

मेरठ। किसान महापंचायत में पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Kejariwal ) ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा ये तीनों कानून किसानों के लिए डेथ वारंट हैं। उन्होंने कहा ऐसे तो हर किसान मजदूर बन जाएगा। उन्होंने कहा पिछले 25 साल में साढ़े तीन लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं। अब किसान दिल्ली के बॉर्डर पर शहादत क्यों दे रहे है? क्योंकि उनकी जिंदगी-मौत पर आ गई है। सब की खेती पूंजीपति के हाथ में चली जाएगी और किसान अपने खेत में मजदूर बन जाएगा।

दिल्ली के CM केजरीवाल मेरठ में करेंगे किसान महापंचायत को संबोधित

सीएम अरविंद केजरीवाल  (Delhi CM Kejariwal )ने कहा कि सभी पार्टी की सरकारों ने 70 सालों में किसानों को धोखा दिया है। किसान 70 साल से अपनी फसल का सही दाम मांग रहे हैं। सभी के चुनावी घोषणापत्र में लिखा होगा कि हम जीतेंगे तो सही दाम दे देंगे। लेकिन अगर सही दाम दे देते तो किसान आत्महत्या नहीं करता। उन्होंने कहा आज अपने देश का किसान बहुत ज्यादा पीड़ा में है। किसान भाई परिवार समेत 95 दिनों से कड़कती ठंड में दिल्ली के बॉर्डर पर धरने पर बैठा है। 250 से ज्यादा किसान भाइयों की शहादत हो चुकी है। लेकिन सरकार के सिर पर जूं नहीं रेंग रही है।

 

किसानों पर बरसाई जा रही है लाठियां और ठोकी जा रही है कीले 

केजरीवाल  (Delhi CM Kejariwal )ने कहा किसानों पर लाठियां बरसाई जा रही है, कीले ठोकी जा रही है। ऐसा तो अंग्रेजों ने हमारे किसानों पर इतने जुल्म नहीं किए थे, भाजपा ने तो अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ दिया। अब ये हमारे किसानों पर झूठे मुकदमे कर रहे हैं। उन्होंने कहा भाजपा ने 2014 के घोषणापत्र में कहा था कि हम स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करेंगे। इसके बाद किसानों ने इन्हें जमकर वोट दिया।

किसानों की पीठ में मारा जा रह है छुरा

उन्होंने  (Delhi CM Kejariwal )कहा भाजना ने तीन साल बाद सुप्रीम कोर्ट के एफिडेविट में लिखा कि वो एमएसपी नहीं देंगे। इन्होंने किसानों की पीठ में छुरा मारा है। केंद्र सरकार ने नौ स्टेडियम को जेल बनाने के लिए पत्र भेजा था, जिसकी फाइल इन्होंने मेरे पास भेजी। लेकिन हमने फाइल क्लियर नहीं किया। अगर हम जेल बनाने देते तो ये किसानों को वहां कैद कर लेते और सारा आंदोलन खत्म हो जाता।

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