केंद्र सरकार द्वारा पास किए गए कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन जारी है, गॉजीपुर बॉर्डर पर बुधवार को किसानों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई।इस लड़ाई से किसान नेता राकेश टिकैत आगबबूला हो गए, उन्होंने कहा- भाजपा के कुछ नेता किसी नेता का स्वागत करने के लिए मंच का इस्तेमाल कर रहे थे।
टिकैत ने कहा- ये संयुक्त मोर्चे का मंच है ऐसा नहीं कि कोई भी आ जाए और किसी का भी स्वागत कर दे, अगर किसी को आना है तो वह संयुक्त मोर्चे में शामिल हो। राकेश टिकैत ने आगे कहा- अगर भाजपा के किसी नेता के लिए मंच का इस्तेमाल होता है या कब्जे की कोशिश करता है तो उनके बक्कल उधाड़ दिए जाएंगे। उन्होंने कहा- इसे धमकी समझनी है तो समझ लो, मंच पर कब्जा नहीं होने दिया जाएगा, पूरे देश में कहीं भी स्वागत करो पर यहां नहीं करने देंगे।
राकेश टिकैत ने कहा कि अगर मंच पर झंडा लगाकर कब्जा करेंगे तो उनका इलाज करेंगे, हां मैं धमकी दे रहा हूं, मंच पर कब्जा करके किसी का स्वागत करेंगे, पुलिस की मौजूदगी में बीजेपी के लोग मंच पर कब्जा करना चाहते थे, अगर मंच इतना प्यारा है तो इस आंदोलन में शामिल हो जाओ, ऐसी बीमारी क्यों है।
वहीं भारतीय किसान यूनियन का कहना है, ‘भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आज गाजीपुर बॉर्डर पर फ्लाईवे के बीच मंच के पास भारी संख्या में इकट्ठे होकर किसी नेता के स्वागत के बहाने ढोल बजाकर आंदोलन विरोधी नारे लगाए, भाकियू कार्यकर्ताओं के मना करने लाठी डंडों से हमला किया, जिसमे किसान घायल हुए हैं।’
वहीं, अगले ट्वीट में भारतीय किसान यूनियन ने कहा, ‘भाजपा अब आंदोलन को हिंसा से तोड़ना चाहती है जिसका उदाहरण आज की गाजीपुर बॉर्डर पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हिंसा है, सभी किसानों से अनुरोध है इनके बहकावे में ना आएं और अपने आंदोलन को बचाए रखें।’