श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ (Amarnath) गुफा मंदिर के पास शुक्रवार को प्रकर्तिक तबाही आ गई। अमरनाथ गुफा मंदिर के पास बादल फटने की वजह से बाढ़ में 16 यात्रियों की जान चली गई और 40 लोग लापता हो गए हैं। 45 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। लापता लोगो की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। मौके पर आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें डटी हैं। देर रात तक राहत और बचाव कार्य चला, शनिवार सुबह से एक बार फिर ऑपरेशन में तेजी लाई जा रही है।
आईएमडी हर साल, अमरनाथ यात्रा के लिए मौसम को लेकर एक विशेष सलाह जारी करता है। शुक्रवार को आईएमडी ने येलो अलर्ट जारी किया था। अमरनाथ यात्रा वेबसाइट पर शाम 4.07 बजे तक के पहलगाम और बालटाल दोनों तरफ के रास्तो पर बादल छाए रहने के साथ बहुत हल्की बारिश’ की संभावना जताई गई थी, साथ में कोई चेतावनी नहीं थी।
J&K | Continuous debris clearing and search for missing continue near the cloudburst-affected areas.#AmarnathYatra pic.twitter.com/8mZpJgMemX
— ANI (@ANI) July 9, 2022
16 श्रद्धालुओं की मौत, 40 लोग लापता
एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवल ने बताया कि अब तक 16 श्रद्धालुओं की मौत की जानकारी हमको मिली है, करीब 40 लोग लापता हैं। आईटीबीपी और अन्य के साथ मिलकर बचाव कार्य चल रहा है। जिसमे करीब 70 बचावकर्मी लगे हुए थे। चौथी टीम हमने शेषनाथ से रवाना की थी।
#AmarnathCloudburst | 29 people rescued of which 9 were heavily injured: IAF officials pic.twitter.com/SiQRuU8uy8
— ANI (@ANI) July 9, 2022
BSF MI-17 हेलिकॉप्टर द्वारा 9 शवों को नील गढ़ से श्रीनगर ले जाया गया है। भारतीय वायु सेना ने अमरनाथ गुफा स्थल में बचाव कार्यों के लिए श्रीनगर से 2-2 एएलएच ध्रुव और एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। IAF अधिकारी ने बताया कि, एक AN-32 और Ilyushin-76 परिवहन विमान आगे की आवश्यकताओं के लिए चंडीगढ़ में स्टैंडबाय पर है।
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