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भारत की पहली महिला राज्यपाल रहीं ये महिला, देश को आजादी दिलाने में किया कड़ा संघर्ष

आजादी

डेस्क। सरोजिनी नायडु पहली भारतीय महिला कॉग्रेस अध्यक्ष और ‘भारत की कोकिला’ इस विशेष नाम से पहचानी जाती है। सरोजिनी स्वतंत्रता सेनानी, कवयित्री और देश की पहली महिला गवर्नर थीं। भारत को आजादी दिलाने के लिए कड़ा संघर्ष किया था। उन्होंने लोग भारत कोकिला के नाम से जानते हैं।सरोजिनी कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष थी। इतना ही वह किसी राज्य की पहली पहली गवर्नर भी थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के गवर्नर का पद भार संभाला था।

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आपको बता दें सरोजिनी ने भारत में महिला सशक्तिकरण और महिला अधिकार के लिए भी उन्होंने आवाज उठायी। उन्होंने राज्य स्तर से लेकर छोटे शहरों तक हर जगह महिलाओं को जागरूक किया। वर्ष 1925 में वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष चुनी गयीं। सविनय अवज्ञा आंदोलन में वो गांधी जी के साथ जेल भी गयीं। वर्ष 1942 के  ̔भारत छोड़ो आंदोलन ̕  में भी उन्हें 21 महीने के लिए जेल जाना पड़ा। स्वतंत्रता के बाद सरोजिनी भारत की पहली महिला राज्यपाल बनीं। उत्तर प्रदेश का राज्यपाल घोषित होने के बाद वो लखनऊ में बस गयीं।

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जानकारी के मुताबिक सरोजिनी नायडू संकटों से न घबराते हुए एक वीरांगना की तरह गांव-गांव घूमकर देश-प्रेम का अलख जगाती रहीं और देशवासियों को उनके कर्तव्य की याद दिलाती रहीं। उनको ”द नाइटिंगेल ऑफ इंडिया” के नाम से जाना जाता है।2 मार्च 1949 में सरोजिनी का निधन हो गया।

 

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