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शहीद करकरे पर बयान देकर चौतरफा घिरी प्रज्ञा ठाकुर, अब आयोग ने भी भेजा नोटिस

प्रज्ञा ठाकुर

प्रज्ञा ठाकुर

नई दिल्ली। मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी और एमपी के भोपाल संसदीय क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर को जिला चुनाव अधिकारी ने नोटिस जारी किया है। बता दें कि प्रज्ञा ठाकुर को ये नोटिस 26/11 हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे के खिलाफ की गई टिप्पणी को स्पष्टीकरण देने के लिए भेजा गया है।

प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बयान को लेकर विवाद बढ़ा तो उन्होंने माफी मांग ली

भोपाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं से बात करते हुए गुरुवार शाम प्रज्ञा ने कहा था कि मुम्बई आतंकवादी हमले के दौरान करकरे की इसलिए मृत्यु हो गई, क्योंकि हमने उसे प्रताड़ित करने के लिए ‘श्राप’ दिया था। हालांकि जैसे ही उनके इस बयान को लेकर विवाद बढ़ा उन्होंने शुक्रवार को माफी मांग ली। भोपाल के जिला निर्वाचन अधिकारी और भोपाल कलेक्टर सुदाम खाडे ने कहा कि हमने बयान का संज्ञान लिया और मामले पर सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (एआरओ) से रिपोर्ट मांगी थी।

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किसी विशेष व्यक्ति को बदनाम करने के लिए आपत्तिजनक भाषा का उपयोग करने पर  है प्रतिबंध

खाडे ने कहा कि कार्यक्रम के आयोजक को कुछ शर्तों पर अनुमति दी गई थी, क्योंकि आदर्श आचार सहिंता लागू थी। एक दूसरे अधिकारी के अनुसार कार्यक्रम की अनुमति देने से पहले निर्धारित शर्तों के अनुसार किसी विशेष व्यक्ति को बदनाम करने के लिए आपत्तिजनक भाषा का उपयोग करने पर प्रतिबंध है। जमानत पर बाहर प्रज्ञा ठाकुर को 2008 के मामले में कड़े महाराष्ट्र नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत आरोपों में अदालत द्वारा राहत दे दी गई है, लेकिन अभी भी अन्य आपराधिक प्रावधानों के तहत मुकदमा चल रहा है, जिसमें गैरकानूनी गतिविधियां शामिल हैं।

प्रज्ञा ठाकुर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को देंगी टक्कर 

बता दें कि बुधवार को भाजपा ने भोपाल सीट से प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से प्रज्ञा ठाकुर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को टक्कर देंगी। करकरे के खिलाफ दिए गए प्रज्ञा के बयान के बाद राजनीतिक हलचल काफी तेज हो गई। जहां एक ओर विपक्षी दलों ने इस मामले पर भाजपा पर निशाना साधा वहीं दूसरी और कांग्रेस ने मांग करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले में माफी मांगे। वहीं बीजेपी बयान जारी कर ने खुद को इस मामले से दूर रखते हुए कहा कि ये उनकी व्यक्तिगत सोच है।

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