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डलिया और स्टूल लगाकर बलवा रोकने पर DGP ने जतायी नाराजगी

उन्नाव में डलिया और स्टूल लगाकर बलवा रोकने की तस्वीरें सामने आने के बाद सूबे के डीजीपी (DGP) ने नाराजगी जताई है। पुलिस प्रमुख के निर्देश पर शहर कोतवाल दिनेश मिश्र, चौकी इंचार्ज समेत चार पुलिसकमियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में एसपी उन्नाव आनंद राव कुलकर्णी से स्पष्टीकरण मांगा गया है कि दंगारोधी उपकरण होने के बावजूद ऐसा क्यों किया जा रहा था। इसके साथ ही सीओ से भी जवाब तलब किया गया है। पूरे मामले की जांच एडिशनल एसपी रायबरेली को सौंपी गई है।

दरअसल, पुलिसवालों की स्टूल व डलिया से खुद को बचाने की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी थीं। इसी के बाद डीजीपी एचसी अवस्थी (DGP) ने नाराजगी जतायी। उन्नाव एसपी आनंद कुलकर्णी ने सदर कोतवाली के इंस्पेक्टर दिनेश मिश्रा और चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया। इसके अलावा फोटो में स्टूल, डलिया लगाए दिखे दो सिपाहियों को भी सस्पेंड कर दिया गया। उन्नाव एसपी ने एडिशनल एसपी शशिशेखर सिंह से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही आईजी लक्ष्मी सिंह ने एडिशनल एसपी, रायबरेली को पूरे मामले की जांच सौंपी है। इस मामले में सीओ सिटी उन्नाव कृपाशंकर सिंह से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

बता दें कि दो युवकों की मौत को लेकर बुधवार को उपद्रव कर रहे लोगों से निपटने के लिए पुलिस बिना सुरक्षा संसाधनों के खाली हाथ पहुंच गई थी। सिर पर हेलमेट के बजाय स्टूल, हाथों में क्रेट और लकड़ी की टोकरी नजर आने के बाद आला अधिकारी नाराज हो गए। तीन घंटे तक चले बवाल, पथराव और तोड़फोड़ में दारोगा समेत 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।

क्या है मामला

मंगलवार दोपहर सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव देवी खेड़ा निवासी राजेश और विनय बाइक से उन्नाव शहर आ रहे थे। इसी दौरान मगरवारा चौकी के करीब गलत दिशा से आ रही एसयूवी कार ने बाइक सवार दोनों युवकों को टक्कर मार दी। हादसे में दोनों की मौत हो गई। दोषियों को गिरफ्तार करने और पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद प्रदर्शन हिंसा में बदल गयी। मृतकों के परिजनों ने ग्रामीणों के साथ उन्नाव-शुक्लागंज राजधानी मार्ग पर अकरमपुर में रास्ता जाम कर दिया था, जिसे खुलवाने पहुंची पुलिस पर भी पथराव कर दिया गया था।

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