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राज्यों के गृह मंत्रियों की बैठक में सीएम योगी भी होंगे शामिल

CM Yogi

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लखनऊ। हरियाणा के फरीदाबाद जिले के सूरजकुंड में गुरुवार (27 अक्टूबर) से शुरू हो रही राज्यों के गृह मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) भी शामिल होंगे। गृह विभाग, मुख्यमंत्री योगी के पास ही है। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) 28 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक को संबोधित करेंगे।

मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) इस बैठक में शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध हो या फिर महिला अपराधों में सजा दिलाना, हर मोर्चे पर योगी सरकार की कोशिश सफल दिख रही है। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक महिला अपराधों में सजा दिलाने में उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्य है।

इस बैठक का उद्देश्य ‘विजन 2047’ और प्रधानमंत्री मोदी के पंच प्राण के कार्यान्वयन के लिए कार्य योजना तैयार करना है।इस बैठक में साइबर अपराध प्रबंधन के लिए ईको-सिस्टम विकसित करने, पुलिस बलों के आधुनिकीकरण, आपराधिक न्याय प्रणाली में आईटी के बढ़ते उपयोग, भूमि सीमा प्रबंधन और तटीय सुरक्षा एवं अन्य आंतरिक सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चिंतन किया जाएगा। बैठक में सभी राज्यों के गृह मंत्रियों और संघ शासित प्रदेशों के उप राज्यपाल और प्रशासकों को आमंत्रित किया गया है। राज्यों के गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक और केंद्रीय सशस्त्र पुलिसबलों एवं केंद्रीय पुलिस संगठनों के महानिदेशक भी इसमें भाग लेंगे।

एनसीआरबी के आंकड़ों में यूपी बना देश के लिए नज़ीर

-एनसीआरबी के ताजा आंकड़ों में महिलाओं/बच्चों के खिलाफ अपराधों में उप्र में आई कमी

-2019 में यूपी में बच्चों के खिलाफ 18,943 मामले जो 2021 में घटकर 16,838 हो गए

-बाल अपराधों में 11.11 फीसदी की कमी

-2019 में महिलाओं के खिलाफ 59,853 मामले दर्ज, जो 2021 में घटकर 56,083 हो गए

-2019 की तुलना में 2021 में महिला अपराधों में 6.2 फीसदी की कमी

-साइबर क्राइम के मामले भी 2021 में घटकर 8829 रह गए

-साइबर क्राइम के मामलों में आई 22.6 फीसदी की कमी

-उप्र में सांप्रदायिक सौहार्द बरकरार, एनसीआरबी की रिपोर्ट मे उप्र बना दंगामुक्त प्रदेश

-2021 में केवल एक सांप्रदायिक हिंसा की घटना, 2019 और 2020 में एक भी नहीं

-झारखंड में 100, बिहार-51, राजस्थान-22, महाराष्ट्र-77 और हरियाणा में 40 घटनाएं

-देश में 2021 में कुल 378 सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं दर्ज हुईं

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