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मुख्यमंत्री धामी ने सहपाठियों के साथ खूब की मस्ती

cm dhami

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सागर। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने मप्र के सागर जिले के दो दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन मंगलवार को डीएनसीबी स्कूल में पहुंचकर अपने सहपाठियों के साथ न केवल फोटोग्राफी की, बल्कि अपने विद्यार्थी जीवन की यादें ताजा करते हुए मस्ती भी की। मुख्यमंत्री धामी के सहपाठी, जिन्होंने एक क्लास रूम में एक बेंच पर बैठकर पढ़ाई की, वह भी मंगलवार को मुख्यमंत्री धामी को अपने बीच पाकर न केवल प्रफुल्लित थे, बल्कि पूरे उत्साह में थे।

सहपाठी अतिन चौकसे, सुजीत चौकसे, संजय विश्वकर्मा, सलीम खान और महेश ने मुख्यमंत्री धामी के साथ फोटोग्राफी की एवं उनका 51 किलो के फूलों की माला से स्वागत कर स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।

मुख्यमंत्री धामी (CM Dhami) के सहपाठियों ने स्कूल प्रांगण में उनके साथ स्वल्पाहार भी किया एवं पुरानी यादें ताजा की। सहपाठी अतिन चौकसे ने बताया कि आज हम बड़े अभिभूत हैं, जब मेरा एक सहपाठी देवभूमि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में उच्च पद पर आसीन है और हम सबके बीच में यहां मौजूद है। मुख्यमंत्री धामी ने अपने समस्त सहपाठियों एवं गुरुजनों को देवभूमि उत्तराखंड आने का न्यौता भी दिया।

मुख्यमंत्री धामी (CM Dhami) शुरू से ही होनहार रहेः प्राचार्य त्रिपाठी

संस्था के प्राचार्य एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) के शिक्षक रविंद्र नाथ त्रिपाठी ने कहा कि पुष्कर शुरू से ही होनहार एवं राजनीति के गुण वाले व्यक्ति हैं। उन्होंने बताया कि जब मैंने 1988 में पुष्कर का एडमिशन किया था, तब से ही मुझे लगता था कि यह बच्चा अवश्य ही कुछ अलग करेगा।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) 1988 का पुष्कर अपने पिता सूबेदार शेर सिंह के साथ जब विद्यालय में अपने नाम लिखाने के लिए आया, तब मैंने पुष्कर का सामान्य परिचय लिया। पुष्कर का एडमिशन होने के बाद जब कक्षा में अध्ययन कार्य प्रारंभ हुआ, तब से ही लगने लगा कि यह बच्चा कुछ अलग ही है और आज यह स्पष्ट हो गया कि पुष्कर देव भूमि उत्तराखंड की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बन गए हैं और आज हम सबके बीच में जब मुख्यमंत्री के रूप में मौजूद हैं तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने सेवानिवृत्त शिक्षकों ओपी सूर्यश, आनंद श्रीवास्तव, आरके यादव, पीके नामदेव सहित अन्य शिक्षकों का सम्मान किया।

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