Site icon News Ganj

चिदंबरम बोले- पीएम मोदी अर्थव्यवस्था पर मौन और उनके मंत्री को जनता को दे रहे हैं झांसा

पी चिदंबरम

पी चिदंबरम

नई दिल्ली। आईएनएक्स मीडिया केस में सुप्रीम कोर्ट से जमानत पाने के बाद पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम गुरुवार को मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कई मुद्दों लेकर मोदी सरकार को जमकर घेरा। दिल्ली स्थित कांग्रेस के कार्यालय में पत्रकार वार्ता में प्याज के मुद्दे पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि अगर इस साल के आखिरी तक विकास दर 5 फीसदी को छूती है तो हम भाग्यशाली होंगे।

अर्थशास्त्री ने कहा है कि शुद्ध परिणाम यह है कि सरकार अर्थव्यवस्था की अक्षम प्रबंधक बन गई

चिदंबरम ने तंज कसते हुए कहा कि कृपया याद रखें कि डॉ. अरविंद सुब्रमण्यम ने कहा था कि संदिग्ध कार्यप्रणाली के कारण इस सरकार के तहत 5 फीसदी विकास दर वास्तव में 5 फीसदी नहीं बल्कि लगभग 1.5 फीसदी से कम है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अर्थव्यवस्था पर असामान्य रूप से मौन रहे हैं। उन्होंने इसे अपने मंत्रियों के लिए छोड़ दिया है कि वे जनता को झांसा दें। जैसा कि अर्थशास्त्री ने कहा है कि शुद्ध परिणाम यह है कि सरकार अर्थव्यवस्था की अक्षम प्रबंधक बन गई है।

ऋतिक रोशन 2019 के सबसे सेक्सी एशियाई पुरुष चुने गए,जीता खिताब 

मौजूदा आर्थिक सुस्ती को चिदंबरम ने कहा कि यह मानव निर्मित त्रासदी

मौजूदा आर्थिक सुस्ती को चिदंबरम ने कहा कि यह मानव निर्मित त्रासदी है। यह पूछे जाने पर कि क्या चिदंबरम मोदी सरकार को इकॉनमी के मुद्दे पर सलाह देंगे? चिदंबरम ने कहा कि पहले आप इसकी गारंटी दें कि क्या सरकार हमारी बात सुनेगी? अगर वह ऐसा करते हैं तो हम तैयार हैं। चिदंबरम ने कहा कि 8-9 महीने के भीतर ही आरबीआई ने विकास दर को 7.4 से घटा कर 5 फीसदी कर दिया। यह अद्वितीय है।

चिदंबरम ने कश्मीर के मुद्दे पर भी मोदी सरकार को घेरा

चिदंबरम ने कश्मीर के मुद्दे पर भी सरकार को घेरते हुए कहा कि जैसा कि मैंने कल रात 8 बजे आजादी की हवा निकाली और सांस ली। मेरा पहला विचार और प्रार्थना कश्मीर घाटी के 75 लाख लोगों के लिए थी। जिन्हें 4 अगस्त, 2019 से अपनी बुनियादी स्वतंत्रता से वंचित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मैं विशेष रूप से उन राजनीतिक नेताओं के बारे में चिंतित हूं जो बिना किसी आरोप के हिरासत में लिए गए हैं। अगर हमें अपनी स्वतंत्रता को बचाना है तो हमें उनकी स्वतंत्रता के लिए लड़ना चाहिए। उद्योगपति राहुल बजाज के मुद्दे पर भी चिदंबरम ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि ‘क्या आपको नहीं लगता कि डर का माहौल है? हर उद्योगपति कहता है कि बिना उनका नाम प्रकाशित किए कुछ लिखें।

Exit mobile version