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कांग्रेस में सिद्धू की वापसी के प्रयास तेज, कैप्टन के साथ बैठक संभावित

SIDDHU

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चंडीगढ़। पंजाब में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर कांग्रेस ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। ऐसे में पंजाब कांग्रेस पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू  (Navjot Singh Siddhu) को टीम में वापस लाने का प्रयास कर ही है। वह कई दिनों से कैप्टन अमरिंदर सिंह नाराज चल रहे थे। हालांकि ऐसी सूचना है कि दोनो आज शाम चाय पर चर्चा करेंगे।

 पंजाब कांग्रेस में 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर ग्राउंड की फील्डिंग पूरी सेट हो चुकी है। लंबे समय से पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज चल रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) आज शाम 4 बजे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ सिसवा फार्म हाउस चाय पर चर्चा करेंगे।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि प्रशांत किशोर की एंट्री के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को दोबारा कांग्रेस में एक्टिव करने की शर्त भी प्रशांत किशोर ने ही रखी थी। कांग्रेस हाईकमान भी चाहती थी कि बंगाल में स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल करने से पहले नवजोत सिंह सिद्धू  (Navjot Singh Siddhu)  की तस्वीर पंजाब कांग्रेस में क्लियर कर दी जाए, जिसको लेकर पंजाब मामलों के इंचार्ज और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी लगातार नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ बैठकर कर रहे थे।

नवजोत सिद्धू ने 2019 में दिया था इस्तीफा

2019 लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री से मनमुटाव होने के कारण सिद्धू ने 10 जून 2019 को अपना इस्तीफा राहुल गांधी को सौंप दिया था। इसकी जानकारी सिद्धू  (Navjot Singh Siddhu)  ने 14 जुलाई, 2019 को ट्वीट के माध्यम से दी थी। 15 जुलाई को सिद्धू ने मुख्यमंत्री को इस्तीफा भिजवाया था, जिसे मुख्यमंत्री ने उसी दिन स्वीकार कर लिया था।

तब से सिद्धू सरकार से दूरी बना कर चल रहे थे. और अपना यूट्यूब चैनल बनाकर लगातार केंद्र सरकार सहित अपनी ही सरकार को जोड़ते नजर आ रहे थे। अक्टूबर, 2020 में जब राहुल गांधी ने मोगा में ट्रैक्टर रैली की तो सिद्धू फिर से कांग्रेस के मंच पर नजर आए थे।

25 नवंबर, 2020 को कैप्टन ने सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) को बुलाकर लंच करवाया था और आज 17 मार्च 2021 को भी दूसरी बार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ नवजोत सिंह सिद्धू चाय पर चर्चा करेंगे और यही कारण है कि 9 मार्च को मुख्यमंत्री से रावत की मुलाकात के उपरांत ही 12 मार्च को कांग्रेस ने सिद्धू को स्टार प्रचारक की लिस्ट में शामिल कर लिया था।

अब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए भी बड़ी चुनौती सामने आ चुकी है। नवजोत सिंह सिद्धू(Navjot Singh Siddhu)  को बिजली मंत्रालय देने की कई बार बात कर चुके कैप्टन जब सिद्धू के साथ चाय पिएंगे तो उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती पूर्व मंत्री की जिद तुड़वाने को लेकर होगी। वर्तमान में स्थानीय निकाय विभाग की कमान ब्रह्म मोहिंद्रा के पास है।

ब्रह्म मोहिंद्रा न सिर्फ कैबिनेट में सबसे अनुभवी बल्कि पार्टी में सबसे वरिष्ठ विधायक भी हैं। 74 वर्षीय ब्रह्म मोहिंद्रा छह बार के विधायक रह चुके हैं। अगर सिद्धू स्थानीय निकाय विभाग की ही जिद पर अड़े रहे तो मोहिंद्रा का विभाग बदलना होगा।

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ मुलाकात से पहले नवजोत सिंह सिद्धू  (Navjot Singh Siddhu) ने कल ट्वीट में लिखा, ‘मत बन बड़ा आदमी, छोटेपन का मजा अनूठा है, समंदर में मिलने से पहले ही नदी का पानी मीठा है.’ इसके करीब आधे घंटे के बाद उन्होंने लिखा, ‘कैसे कह दूं कि थक गया हूं मैं, न जाने किस-किस का हौसला हूं मैं…’आखिरी ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘अच्छा इंसान मतलबी नहीं होता, बस दूर हो जाता है उन लोगों से जिन्हें उसकी कदर नहीं होती…’इन ट्वीट्स के सब अपने-अपने हिसाब से मायने निकाल रहे हैं।

नवजोत सिद्धू का पाकिस्तान में जनरल बाजवा की झप्पी पर हुआ था विवाद
नवजोत सिंह सिद्धू अपने दोस्त और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ समारोह में हिस्सा लेने जब पाकिस्तान पहुंचे तो वहां के जनरल बाजवा को गले लगाने का विवाद कई दिनों तक भारत में सुर्खियां बना रहा और इतना ही नहीं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी नवजोत सिंह सिद्धू की झप्पी पर निशाना साधा था, जिसके बाद से लगातार नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन के बीच जहां दूरियां बढ़ती गई तो वही एक दूसरे पर समय-समय पर दोनों दिग्गज नेता निशाने साथ रहे।

आज नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) के साथ बैठक कर 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति तय की जाएगी। अब देखना यह है कि नवजोत सिंह सिद्धू को दुबारा कैबिनेट में शामिल कर पुराना मंत्रालय दिया जाएगा या फिर उन्हें किसी और मंत्रालय का जिम्मा दिया जाएगा।

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