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बृंदा और सुभाषिनी बोलीं- सरकार चिन्मयानंद को बचाने के लिए कर रही है सत्ता का दुरुपयोग

चिन्मयानंद को बचाने

चिन्मयानंद को बचाने

शाहजहांपुर। पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानन्द से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में जेल भेजी गई रेप पीड़िता का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को राज्यसभा सांसद बृंदा करात और लोकतांत्रिक महिला संघ की अध्यक्ष सुभाषिनी अली शाहजहांपुर पहुंचीं थी। पीड़ित छात्रा से जेल में मुलाकात के बाद बृंदा करात और सुभाषिनी अली पत्रकारों से मुखातिब हुई। उन्होंने योगी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि पीड़ित छात्रा की रेप केस मामले में गंभीर धाराओं में एफआईआर अभी तक नहीं दर्ज की गई है।

पीड़िता से एसआईटी की पुलिस ने दुर्व्यवहार किया

उन्होंने कहा कि एसआईटी ने पीड़िता की एफआईआर बहुत कमजोर धाराओं में दर्ज की है। यही नहीं ब्लैकमेलिंग मामले में पीड़िता की गिरफ्तारी में एसआईटी की पुलिस ने दुर्व्यवहार किया है। बृंदा करात ने मांग की कि चिन्मयानंद पर दूसरा केस के चले और उन पर सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि पूरे केस में आरोपी को बचाने के लिए सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है। बता दें चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के मामले में एसआईटी ने बुधवार को पीड़ित छात्रा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। जहां से कोर्ट ने पीड़िता को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था।

बता दें कि पीड़ित लॉ छात्रा ने स्वामी चिन्मयानंद पर रेप और यौन शोषण का आरोप लगाया है। योगी सरकार ने काफी फजीहत होने के बाद एसआईटी ने चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, लेकिन तबीयत ख़राब होने की वजह से उनका लखनऊ के एसजीपीजीआई में इलाज चल रहा है। चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह ने बताया कि बुधवार को उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री की जमानत की अर्जी जिला जज की अदालत में दी है, जिस पर सुनवाई के लिए 30 सितंबर की तारीख तय हुई है।

पीड़ित छात्रा के तीन दोस्त भी भेजे गए हैं जेल

चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में एसआईटी ने छात्रा के तीन दोस्त संजय, विक्रम और सचिन को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया है। अब एसआईटी तीनों को रिमांड पर लेकर राजस्थान ले जाने की तैयारी में है। बता दें कि एसआईटी उनसे मोबाइल फेंकने के मामले में पूछताछ करेगी।

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