भारत-चीन सीमा पर सैनिकों की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एकबार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी एवं सरकार को सचेत किया है। उन्होंने कहा- चीन के साथ इस वक्त युद्ध जैसी स्थिति है, वह मजबूत स्थिति में है उसे पाकिस्तान-तालिबान एवं अफगानिस्तान का साथ मिला है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी माना कि पिछले एक वर्ष में भारत-चीन के रिश्तों के बीच तनातनी आई जो चिंता पैदा करती है।उन्होंने कहा- हमने सीमा को लेकर जो समझौता किया चीन ने उसका पालन नहीं किया, यही कारण है कि 45 साल बाद हमारे सैनिक मारे गए। सुब्रमण्यम स्वामी ने इसके पहले हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग में चीनी सेना के हस्तक्षेप को लेकर चिंता जताई और पीएम से जवाब देने की अपील की थी।
Dr Subramanian Swamy releases the book "Thunder Dragon – The COVID Strike" by Maj Gen (Dr) G D Bakshi (Retd) https://t.co/a4mMG1tnrD
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 9, 2021
एस जयशंकर ने आगे कहा, ‘‘लेकिन बीते एक वर्ष से, इस संबंध को लेकर बहुत चिंता पैदा हुई क्योंकि हमारी सीमा को लेकर जो समझौते किये गये थे चीन ने उनका पालन नहीं किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘45 साल बाद, वास्तव में सीमा पर झड़प हुई और इसमें जवान मारे गये। और किसी भी देश के लिए सीमा का तनावरहित होना, वहां पर शांति होना ही पड़ोसी के साथ संबंधों की बुनियाद होता है। इसीलिए बुनियाद गड़बड़ा गयी है और संबंध भी।’’
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मालूम हो कि पिछले साल मई की शुरुआत से पूर्वी लद्दाख में कई स्थानों पर भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध बना। कई दौर की सैन्य और राजनयिक बातचीत के बाद फरवरी में दोनों ही पक्षों ने पैंगांग झील के उत्तर और दक्षिण तटों से अपने सैनिक और हथियार पीछे हटा लिये। विवाद के स्थलों से सैनिकों को वापस बुलाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए दोनों पक्षों के बीच अभी वार्ता चल रही है।